टीबी के प्रति जागरूकता जरूरी, भ्रांति दूर करने की जरूरत
सिमडेगा : सदर अस्पताल परिसर में शुक्रवार को भाग टीबी अभियान के तहत जागरूकता कार्यशाला का आ
सिमडेगा : सदर अस्पताल परिसर में शुक्रवार को भाग टीबी अभियान के तहत जागरूकता कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला का उदघाटन मुख्य अतिथि के रुप में उपस्थित डीडीसी अनन्य मित्तल, सीएस डा पीके सिन्हा, जिला यक्ष्मा पदाधिकारी डा केके शर्मा, नीति आयोग के सात्विक मिश्रा ने संयुक्त रुप से दीप जलाकर किया। मौके पर डीडीसी ने सभी एमपीडब्यूओ वर्करों को अपने अपने क्षेत्र में ग्राम सभा कर ग्रामीणों को टीबी के प्रति जागरूक करने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि टीबी बैक्टीरिया से होने वाली बीमारी है, जो हवा के जरिये एक इंसान से दूसरे में फैलती है। वहीं सीएस ने कहा कि टीबी बिमारी आमतौर पर फेफड़ों से शुरू होती है। सबसे कॉमन फेफड़ों की टीबी ही है लेकिन यह ब्रेन, यूटरस, मुंह, लीवर, किडनी, गला, हड्डी आदि शरीर के किसी भी हिस्से में हो सकती है। टीबी का बैक्टीरिया हवा के जरिये फैलता है। खासने और छींकने के दौरान मुंह-नाक से निकलने वाली बारीक बूंदों से यह इन्फेक्शन फैलता है। वहीं डीटीओ डा केके शर्मा ने कहा कि टीबी का बैक्टीरिया शरीर के जिस भी हिस्से में होता है, उसके टिश्यू को पूरी तरह नष्ट कर देता है और इससे उस अंग का काम प्रभावित होता है। एक सप्ताह से ज्यादा लगातार खासी, खासी के साथ बलगम आ रहा हो, भूख कम लगना, लगातार वजन कम होना, शाम या रात के वक्त बुखार आना, सर्दी में भी पसीना आना इस बीमारी के लक्षण हैं। वहीं मनोज ओझा ने कहा कि आज के समय में टीबी का इलाज संभव है तथा जिले के हर अस्पताल में टीबी का इलाज किया जाता है। उन्होंने बताया कि जिले के सभी गावों में 15 फरवरी तक भाग टीबी अभियान के तहत जागरुकता कार्यक्त्रम चलाया जाएगा। ताकि ग्रामीणों में टीबी बीमारी को लेकर फैली भ्रातिया दूर हो सके। मौके पर सभी एमपीडब्यू वर्कर उपस्थित थे।