संगठित होकर अपनी संस्कृति की करें सुरक्षा : उमाकांत
सिमडेगा प्रखंड के जोकबहार पुरनाडीह में रविवार को धर्म रक्षा समिति के तत्वावधान में स्थानी
सिमडेगा : प्रखंड के जोकबहार पुरनाडीह में रविवार को धर्म रक्षा समिति के तत्वावधान में स्थानीय जगन्नाथ मंदिर परिसर में सत्संग-संकीर्तन एवं धर्म सभा का आयोजन किया गया। अतिथि के रूप में धर्म रक्षा समिति के संरक्षक सह रामरेखा धाम विकास समिति अध्यक्ष महंत उमाकांत जी महाराज एवं विहिप के जिलाध्यक्ष कौशल राज सिंह देव ने दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम की शुभारंभ किया। उमाकांत ने अपने संबोधन में कहा कि हमें संगठित होकर अपने परम्परा, संस्कृति को बचाने रखना है। ब्रह्मलीन बाबा जयराम प्रपन्नाचार्य जी महाराज के बताए मार्ग में चलने की आवश्यकता है। हरेक ग्राम में हर गुरुवार को संकीर्तन करना आवश्यक है। भगवान का नाम लेने से वातावरण भक्तिमय होता है। बाल-बच्चे संस्कारित होते हैं। गांव में खुशहाली आती है गृहस्थ जीवन में कलह नहीं होता है। विहिप के जिलाध्यक्ष कौशल राज सिंह देव ने कहा कि संघ शक्ति कलियुग अर्थात संगठन में ही शक्ति है।हमारे हिदू समाज को विधर्मियों द्वारा अनेक प्रकार की भावनाओं में बांटकर हमें तोड़ा जा रहा है एवं धर्मांतरण की बीमारी विदेशी एजेंटों के द्वारा फैलाया जा रहा है। हमें संगठन में जुड़कर मुहतोड़ जवाब देने की आवश्यकता है, तभी हमारी धर्म संस्कृति बची रहेगी। हमें अपने परिवार में बच्चों को शुरू से ही संस्कारित करने की आवश्यकता है, क्योंकि आजकल के बच्चे अपने धर्म-संस्कृति के प्रति उदासीन हैं। मौके पर मुख्य रुप से संजीत प्रसाद, बंशीधर सिंह ग्रामीण उपस्थित थे।