आत्मसम्मान है मौलिक अधिकार : ग्लैडसन
सिमडेगा : मानवाधिकार दिवस के पूर्व शनिवार को शहर के एक होटल में विचार गोष्ठी का आयो
सिमडेगा : मानवाधिकार दिवस के पूर्व शनिवार को शहर के एक होटल में विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया। गोष्ठी में मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित मानवाधिकार कार्यकर्ता सह लेखक ग्लैडसन डुंगडुंग ने कहा कि अधिकार व आत्म सम्मान में हम सभी बराबर है। जीवन जीने का अधिकार, समानता, स्वतंत्रता, एवं आत्मसम्मान हमारा मौलिक अधिकार है लेकिन सरकार की संवेदनहीनता के कारण इसका घोर उल्लंघन किया जा रहा है। जलडेगा के कारीमाटी में संतोषी की भूख से मौत हो गई, जिसका दोषी जलडेगा बीडीओ, उपायुक्त व मुख्य सचिव हैं किन्तु सरकार द्वारा इन्ही से मामले की जांच कराकर लीपापोती करा दी गई। वही खटगांव पालकोट में थाना प्रभारी द्वारा गांव वालों पर फार्जी एफआइआर दर्ज किया गया। ऐसे में मानव अधिकार का संरक्षण कैसे संभव होगा। वहीं पूर्व विधायक नियेल तिर्की ने कहा कि प्रत्येक वर्ष हम लोगों ने सांकेतिक कार्य किया है, जो निरंतर जारी रहेगा। जल, जंगल जमीन से संबंधित मानव अधिकार के अंतर्गत धर्मांतरण के नाम पर तथा बार-बार इसाई समुदाय को अंग्रेजों के लोग कहने वालों से आग्रह है कि मानवता का सम्मान करें। मौके पर सुशील बरला, अनूप केशरी, कत्यायनी प्रसाद, पूर्व विधायक बसंत लोंगा, सोहन बड़ाईक, समी आलम, विशाल तिर्की, वारिस रजा आदि मौजूद रहे।