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युवाओं को निबंधित करते हुए रोजगार से जोड़े : उपायुक्त

उपायुक्त सुशांत गौरव की अध्यक्षता में बाल कल्याण समिति बाल संप्रेक्षण गृह।

By JagranEdited By: Published: Wed, 23 Sep 2020 09:32 PM (IST)Updated: Wed, 23 Sep 2020 09:32 PM (IST)
युवाओं को  निबंधित करते हुए रोजगार से जोड़े : उपायुक्त
युवाओं को निबंधित करते हुए रोजगार से जोड़े : उपायुक्त

जासं,सिमडेगा :उपायुक्त सुशांत गौरव की अध्यक्षता में बाल कल्याण समिति, बाल संप्रेक्षण गृह, बाल तस्करी, पोक्सो एक्ट, बाल मजदूरी, चाइल्ड लाइन, एवं समाज कल्याण विभाग के कार्यों की समीक्षा की गई। बैठक में उपायुक्त ने निर्देश दिया कि जो बालक 18 वर्ष से कम आयु के हैं, उनको जिला शिक्षा पदाधिकारी से बात करके शिक्षा से जोड़ा जाए एवं 18 वर्ष से ऊपर के युवा को चिह्नित कर निबंधन कार्यालय में निबंधित करते हुए उसे रोजगार से जोड़ा जाए। ग्राम स्तर पर मुखिया से सहयोग लेने का निर्देश दिया गया। उन्होंने बताया कि मुखिया के पास भी आकस्मिक मद होता है, जिसे खर्च कर गरीबी रेखा से नीचे रह रहे बालक के परिवार को राशन उपलब्ध करा सकते हैं। धावा दल को उपायुक्त ने निर्देश दिया कि इस दल में डीपीएम-जेएसएलपीएस को भी शामिल किया जाए। थाना प्रभारी को ट्रैफिकिग मामलों के आरोपी की सूची तैयार कर उनके एक वर्ष की खैरियत रिर्पोट तैयार करने का निर्देश दिया गया। सभी सूची तैयार कर अनुमंडल पदाधिकारी को देने को कहा। बताया गया कि हमेशा मानव तस्कर बस स्टॉप, रेलवे स्टेशन, ऑटो स्टैंड के इर्द-गर्द घूमते रहते हैं। उन स्थलों पर थाना प्रभारी सतत निगरानी रखें।

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आंगनबाड़ी में साफ-सफाई का रखें ध्यान : डीसी

उपायुक्त सुशांत गौरव ने कहा कि आंगनबाड़ी केंद्रों में साफ-सफाई अपने घर की तरह रखना है। किसी भी बालक-बालिकाओं को शौचालय के लिए बाहर नहीं भेजना है। सेविका-सहायिका एवं महिला पर्यवेक्षिका का उत्तरदायित्व है कि आंगनबाड़ी केंद्र शौचालय की साफ-सफाई, बर्तनों की सफाई,परिसर की सफाई (झाड़ियों की साफ-सफाई) हो। बच्चे आंगनबाड़ी केंद्र में सफाई को देखकर सीखते हैं। खेल, पढ़ाई की गतिविधि के लिए सामग्री की आवश्यकताओं का आकलन कर जिला को भेजें। इसके साथ ही किचन गार्डेन को बढ़ावा देने के लिए पौधारोपण अभियान चलाना है। कुपोषित बच्चों को चिह्नित कर इलाज के लिए अस्पताल में भेजना सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने शत प्रतिशत टीकाकरण समय-सारणी के अनुसार कराने की बात कही। सभी गर्भवती महिलाओं की हीमोग्लोबिन जांच करवाने की बात कही। इससे उनके कुपोषित या स्वस्थ होने की जानकारी प्राप्त होती है। कुपोषित महिला का मामला सामने आने पर उसे पौष्टिक आहार दिया जाए।उन्होंने कहा कि प्रत्येक प्रखंड से 10 कन्यादान योजना का आवेदन जिला में स्वीकृति हेतु भेजा जाए। इस बैठक में समाज कल्याण पदाधिकारी,बाल परियोजना पदाधिकारी सिमडेगा ,एवं सभी महिला पर्यवेक्षिका उपस्थित थीं।


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