दुर्घटनाओं पर पूर्ण अंकुश के लिए जरूरी है सावधानी
सिमडेगा : वाहन चालन के दौरान यूं तो सावधानी बरते जाने की जरूरत होती ही है, लेकिन तब और
सिमडेगा : वाहन चालन के दौरान यूं तो सावधानी बरते जाने की जरूरत होती ही है, लेकिन तब और अधिक सतर्कता बरतना परम आवश्यक होता है, जब कोई चालक रात अथवा कोहरे में वाहन चलाता है। अक्सर यह पाया जाता है कि सावधानी नहीं बरते जाने के कारण ही दुर्घटनाएं घटती हैं।चाहे हाइवे अथवा स्थानीय सड़कें,ऐसी परिस्थितियों में दुर्घटना की संभावना को रोकने के लिए स्पीड पर भी नियंत्रण का होना जरूरी है। जबकि ऐसी स्थिति आमतौर नहीं देखने को मिलती। कई बार बड़े मालवाहक ट्रकों में ओवर हाइट के साथ-साथ ओवर साइड सामग्री लोड रहता है। जिसपर करीब 10 हजार रुपया जुर्माना लगाने का प्रावधान है। वाहनों पर बीड़ी पत्ता, भूसा, आटा व अन्य सामग्री लोड किए जाते हैं। संकरे जगहों में इन ट्रकों को निकालना काफी मुश्किल होता है। वहीं शहर में अक्सर लोग ऑटो व रिक्शा या ठेला पर सरिया, बांस या अन्य सामग्री बेतरतीब ढंग से लोड कर ले जाते हैं। जो दुर्घटना के लिहाज से काफी खतनरनाक होता है। हालांकि ऐसे वाहनों पर शायद ही कार्रवाई की जाती है। हलांकि इस तरह से माल ढुलाई करने वालों के विरुद्ध भी कार्रवाई का प्रावधान है। इसके अतिरिक्त कई बार चालक रात्रि में सड़क के किनारे ही वाहन खड़ा कर देते हैं, जिसमें न तो लाइट जल रहे होते हैं, न ही उनमें रेडियम स्टीकर लगे होते हैं। ऐसे में सड़क से गुजरने वाले अन्य वाहन के चालक को भी आभास नहीं मिलता और इससे दुर्घटनाएं घटती है। इसके अलावा तीखे मोड़ पर संकेतक का ध्यान नहीं रखने एवं हॉर्न नहीं बजाने के कारण दुर्घटना की संभावना बनी रहती है। ऐसे में उपरोक्त तमाम ¨बदुओं पर समुचित पहल कर दुर्घटना पर अंकुश लगाया जा सकता है।इधर सड़क सुरक्षा सेल के आइटी प्रबंधक ब्रजेश कुमार ने कहा कि सड़क सुरक्षा के लिए आए दिन वाहन जांच चलाए जाते हैं, यातायात नियमों को तोड़ने वालों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई भी की जाती है। साथ ही लोगों को समुचित परामर्श भी दिए जाते हैं। उन्होंने कहा कि सबों की जागरूकता से ही वाहन दुर्घटना पर पूर्ण रूप से अंकुश लगाया जा सकता है।