सूखा क्षेत्र घोषित की उठी मांग
सिमडेगा : जिला परिषद सदस्यों की बैठक मंगलवार को जिला मुख्यालय स्थित कार्यालय में मेनोन एक्का क
सिमडेगा : जिला परिषद सदस्यों की बैठक मंगलवार को जिला मुख्यालय स्थित कार्यालय में मेनोन एक्का की अध्यक्षता में हुई। इस दौरान बैठक में मुख्य रूप से जिला परिषद के अंतर्गत आने वाले विभागों के कार्यों की समीक्षा कर आवश्यक निर्देश दिए गए। बैठक में जिले में अन्य वर्ष के अनुपात में कम बारिश के बारे में जानकारी देते हुए कृषि पदाधिकारी ने बताया कि अगस्त में 362.1 मिमी, सितंबर में 245.3 तथा अक्टूबर में 56.4 मिमी वर्षा हुई। यह अनुपात से कम है। इस पर उपाध्यक्ष बिरसा मांझी ने जिले को सूखा घोषित करने की मांग की, जिस पर सदस्यों ने सहमति प्रदान करते हुए इस संबंध में आवश्यक कार्रवाई करने की बात अध्यक्ष से कही। भूमि संरक्षण पदाधिकारी नरेश चौधरी ने बताया कि मनरेगा के तहत कोलेबिरा, जलडेगा, सिमडेगा के कृषकों को जिन्होंने कूप निर्माण तथा तालाब का निर्माण कराया है, उन्हें 90 प्रतिशत अनुदान पर पंप सेट दिया जाएगा। वहीं बिजली विभाग के द्वारा किए जा रहे विद्युतीकरण कार्य की कम गति पर सदस्यों ने नाराजगी जताई। साथ ही वैसे गांव जहा कार्य पूर्ण हुए बिना ही विद्युतीकरण गांव घोषित किया गया है को भी जांच करने का निर्देश दिया गया। साथ ही कई वर्षों से खराब ट्रांसफार्मर की भी अब तक सुध न लेने पर अध्यक्ष मेनोन एक्का ने नाराजगी व्यक्त करते हुए कर्मियों को जांच कर ट्रांसफार्मर लगवाने का निर्देश दिया। इस दौरान कई सदस्यों ने जले हुए ट्रांसफार्मर के गांव के नाम भी गिनाए।
इसके अलावा बिजली की स्थिति के बारे में भी चर्चा करते हुए विद्युतीकरण कार्य जनवरी तक में हर हाल में पूर्ण करने तथा नियमित रूप से मॉनिट¨रग करने का निर्देश उपविकास आयुक्त आनन्य मित्तल ने दी। इसके अलावा ग्रामीण कार्य विभाग के द्वारा 19 सड़कों का अनुमोदन हेतु प्रस्ताव रखे गए, जिसे अनुमोदित कर दिया गया। साथ ही केरसई में नया डाक बंगला निर्माण कार्य भी अनुमोदित किया गया। इसके अलावा बैठक में अन्य बिन्दुओं पर भी चर्चा कर आवश्यक निर्देश पदाधिकारियों को दिए गए। बैठक से नदारद सहकारिता पदाधिकारी को कारण पृच्छा पूछने का निर्देश दिया गया। मौके पर सरोजनी केरकेट्टा के अलावा अन्य सदस्यगण, पदाधिकारी आदि मौजूद थे।