ईश्वर ने जो जिम्मेदारी दी है उसे ठीक से निभाएं
सिमडेगा धर्मप्रांतीय कैथोलिक सभा का 23 वां वार्षिक अधिवेशन रविवार को सामटोली महागिरजाघर
सिमडेगा: धर्मप्रांतीय कैथोलिक सभा का 23 वां वार्षिक अधिवेशन रविवार को सामटोली महागिरजाघर में आयोजन किया गया। इस मौके पर सामाजिक एकता एवं आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनने का संकल्प लिया गया।कार्यक्रम में सिमडेगा धर्मप्रांत के सातों भिखारिएट के करीब 5000 सदस्यों ने भाग लिया। मुख्य वक्ता एसवीडी फा. मनियानुस एक्का ने कहा कि व्यक्ति एवं समाज के निर्माण के लिए आध्यात्मिक शक्ति प्राप्त करना महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा हम ईश्वर के चुने हुए संतान है, इस नाते हमें ईश्वर को हर उन काम को करने की जिम्मेवारी है, जो हमें सौंपा गया है। वहीं ईसाई महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रभाकर तिर्की ने कहा कि झारखंड की कलीसिया आदिवासी कलीसिया है, इसलिए हमें आदिवासी समस्याओं एवं आदिवासी विषय पर गंभीरता से विचार करना हमारा उत्तरदायित्व है। आज कई संकट उत्पन्न किया जा रहा है, हमें जरूरत सामाजिक रूप से एकजुट होकर राजनीतिक रूप से अपने आप को सशक्त बनाना एवं आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर होकर समाज के निर्माण का दिशा तलाशना, कैथोलिक धर्मप्रांत के अध्यक्ष भूषण बाड़ा ने कहा कि आज ईसाई कलिसिया के सामने कई प्रकार की चुनौतिया है, कई तरह के संकटो का सामना हम सभी को करना पड़ रहा है। इस परिस्थति में हमें सामाजिक एवं धार्मिक रूप से एक जुट होकर काम करना होगा। विशप स्वामी विसेंट बरवा ने कहा कि हमें अपनी कलीसिया और आदिवासी समाज में उत्पन्न समस्या के निराकरण के लिए एकजुट होना जरूरी है। मौके पर मुख्य रूप से सुनीत कंडुलना, भूषण बाड़ा, सुनील मिज, जोन लकड़ा, कुलवंत केरकेटटा, जेम्स पी केरकेट्टा, जेम्स डुंगडुंग, सेराफिनुस कुल्लू, फादर थोमस सारेंग, फादर तोबियस केरकेट्टा, फादर पीटर मिज, फादर तोबियस सारेंग, फादर शैलेंद्र केरकेट्टा, एवं सामटोली कैथोलिक सभा के विश्वासी गण उपस्थित थे।