पोस्टरबाजी करते महाराजा प्रमाणिक के दो सक्रिय सदस्य गिरफ्तार
पकड़े गए गंगाराम व सोयना सरदार ने बताया कि वे दोनों महाराजा प्रमाणिक के सक्रिय सदस्य हैं और क्षेत्र में ग्रामीणों को सरकार एवं प्रशासन के खिलाफ भड़काने का काम करते हैं।
सरायकेला (जागरण संवाददाता)। कोल्हान प्रमंडल के सरायकेला खरसावां जिला अंतर्गत खरसावां व कुचाई पुलिस ने रविवार की देर रात नक्सली पोस्टर चिपकाते महाराजा प्रमाणिक के दो सक्रिय सदस्य गंगाराम उर्फ गोंचे व सोयना सरदार को रंगेहाथ गिरफ्तार किया। गंगाराम कुचाई थाना क्षेत्र में एवं सोयना सरदार खरसावां थाना क्षेत्र में प्रशासन व सरकार के खिलाफ नक्सली पोस्टर चिपका रहे थे। इन्हें पुलिस के गश्ती दल ने रंगेहाथ पकड़ा।
पुलिस गश्ती दल ने पोस्टर लगाते रंगे हाथ पकड़ा
खरसावां थाना प्रभारी सनोज कुमार चौधरी ने जानकारी देते हुए कहा कि रविवार को कुचाई थानांतर्गत बांडी के गंगाराम उफ गोंचे थाना क्षेत्र में नक्सली पोस्टर लगा रहे थे। इस दौरान पुलिस के गश्ती दल ने उसे नक्सली पोस्टर लगाते रंगे हाथ गिरफ्तार किया जबकि खरसावां थानांतर्गत चैतनपुर के सोयना सरदार को भी खरसावां पुलिस के गश्ती दल ने नक्सली पोस्टर चिपकाते हुए रंगे हाथ पकड़ा। खरसावां थाना प्रभारी ने कहा कि पूछताछ करने पर गंगाराम व सोयना सरदार ने बताया कि वे दोनों नक्सली दस्ता महाराजा प्रमाणिक के सक्रिय सदस्य हैं और क्षेत्र में ग्रामीणों को सरकार एवं प्रशासन के खिलाफ भड़काने का काम करते हैं।
ग्रामीणों को सरकार के खिलाफ भड़काने की थी जिम्मेदारी
पकड़े गए नक्सलियों ने कहा कि खरसावां व कुचाई थाना क्षेत्र में ग्रामीणों को सरकार एवं प्रशासन के खिलाफ भड़काने के लिए पोस्टर चिपकाने में उनकी सक्रिय भूमिका रहती है। नक्सली दस्ता के इशारे पर वे क्षेत्र में आतंक फैलाने के लिए ग्रामीणों को धमकी देते हैं और नक्सलियों के खिलाफ पुलिस को सूचना देने वालों की जुबान बंद रखने के लिए डराते-धमकाते हैं।
नक्सली कांड को अंजाम देते समय भी रहते थे साथ
खरसावां थाना प्रभारी ने कहा कि उन्होंने पुलिस को बताया कि नक्सली दस्ते को पुलिस की गतिविधियों की जानकारी देते हैं तथा नक्सली कांड का अंजाम देने में वे दस्ता के साथ शामिल रहते हैं। महारजा प्रमाणिक के कहने पर ही वे कुचाई एवं खरसावां नक्सल प्रभावित क्षेत्र में सरकार व प्रशासन के खिलाफ नक्सली पोस्टर चिपका रहे थे कि पुलिस के गश्ती दल ने उन्हें पकड़ा। कुचाई व खरसावां पुलिस ने इनके विरुद्ध नक्सली मामला दर्ज कर न्यायालय में प्रस्तुत किया जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया।