खरसावां में मनी उत्कलमणी गोपबंधु दास की जयंती
खरसावां : खरसावां के गोपबंधु चौक में ओड़िया सामाजिक संगठन आदर्श सेवा संघ व उत्कल सम्मेलनी के संयुक्त तत्वावधान में उत्कलमणी पं गोपबंधु दास की 141 वीं जयंती मनाई गई।
खरसावां : खरसावां के गोपबंधु चौक में ओड़िया सामाजिक संगठन आदर्श सेवा संघ व उत्कल सम्मेलनी के संयुक्त तत्वावधान में उत्कलमणी पं गोपबंधु दास की 141 वीं जयंती मनाई गई। मौके पर ओड़िया समाज उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि दी और उनके बताए मार्ग पर चलने का संकल्प लिया। इस मौके पर शिक्षाविद केपी षाडंगी ने कहा कि उनको उत्कलमणी की उपाधी दी गई थी, परंतु वास्तव में वे भारतमणी थे। उनके विचार ¨सहभूम में आज भी प्रासंगिक है। सांसद प्रतिनिधि प्रदीप ¨सहदेव ने कहा कि भाषा, साहित्य, संस्कृति ही हमारी पहचान है तथा इसक उत्थान के लिये हम सभी को संगठित हो कर कार्य करना होगा। समाजसेवी सुमंत मोहंती ने कहा कि उनकी लेखनी में राष्ट्रीयता व राष्ट्र प्रेम झलकती है। उदय ¨सहदेव ने उन्हें महान स्वतंत्रता सेनानी व कवि बताया। कार्यक्रम को एनसी पति, सुशील षडांगी, सुजीत हाजरा, सूर्य कुमार पति, गणेश मिश्रा, भरत मिश्रा, जयजीत षाडंगी, सुशांत षाडंगी, पंकज मिश्रा आदी ने संबोधित किया। इससे पूर्व मंगलवार की सुबह गोपबंधु जयंती पर खरसावां में स्कूली छात्रों ने प्रभात फेरी निकाली। इस दौरान विभिन्न प्रतियोगिताओं के सफल प्रतिभागी पुरस्कृत किए गए। प्रतियोगिता में कुल 111 छात्रों ने हिस्सा लिया। भाषण प्रतियोगिता में सुरल पुष्टी, सुजल पुष्टी व ज्योति लेंका, ओड़िया भाषण में संचिता पुष्टी, बलराम बारिक व पायल मंडल, निबंध लेख में सुरज पुष्टी, आरती पुष्टी व अंजली मंडल, चित्रांकन में बलराम बारिक, साहिद अफरिद व ऋषव केशरी को क्रमश: प्रथम, द्वितीय व तृतीय पुरस्कार से पुरस्कृत किया गया।