कुचाई के गांवों में इको टूरिज्म की असीम संभावनाएं : जर्ज
संसू, खरसावा : सरायकेला-खरसावां जिले के गांवों में इको टूरिज्म की असीम संभावनाएं हैं।
संसू, खरसावा : सरायकेला-खरसावां जिले के गांवों में इको टूरिज्म की असीम संभावनाएं हैं। क्षेत्र में इको टूरिज्म को बढ़ावा मिलने से रोजगार के अवसर सृजित होंगे। दूसरे मुल्कों से संस्कृति का आदान प्रदान होगा और क्षेत्र का विकास होगा। जर्मनी के सैलानी जर्ज अंडरेयास अपने मित्र आदित्यपुर निवासी प्रकाश के साथ सोमवार को कुचाई के मरागहातु गाव में इको टूरिज्म व सिल्क की संभावना तलाशने के लिए पहुंचे थे। इस दौरान पत्रकारों से बातचीत के क्रम में उन्होंने कहा कि मरागहातु गाव का दौरा कर गाव के आदिवासियों की जीवन शैली व तसर सिल्क के संबंध में विस्तार से जानकारी ली है। बताया कि झारखंड व जर्मनी की प्रकृति काफी मिलती जुलती और इको फ्रेडली है। उन्होंने कहा कि उनका संस्थान आदिवासियों की जीवन शैली के संबंध में प्रचार प्रसार करने का कार्य करेगी, ताकि लोगों को आदिवासियों के रहन सहन के संबंध में जानकारी मिल सके। साथ ही कोकून सीनी में सेंटर खोल कर सूत कताई बुनाई का कार्य करेगी। इसमें इटली से आधुनिक मशीन मंगाकर महिलाओं को स्वरोजगार से जोड़ने की तैयारी हो रही है। जानकारी हो कि जर्ज अंडरेयास प्रकाश के साथ जर्मन में ड्रेस व ड्रेस मैटेरियल का कारोबार करते हैं।