Jharkhand Mob Lynching: सिर की हड्डी टूटने व ब्रेन हैमरेज से हुई तबरेज अंसारी की मौत
एसडीओ बसारत कयूम ने डीसी को सौंपी रिपोर्ट में तबरेज की मौत के लिए सीनी थाना प्रभारी एवं सरायकेला थाना प्रभारी के साथ-साथ दो डॉक्टरों की लापरवाही को जिम्मेदार ठहराया है।
सरायकेला-खरसावां, जेएनएन। चोरी के आरोप में भीड़ की पिटाई के बाद जेल में हुई तबरेज अंसारी की मौत मामले की जांच कर सरायकेला के अनुमंडल पदाधिकारी (एसडीओ) ने सोमवार को उपायुक्त (डीसी) को रिपोर्ट सौंपी थी। एसडीओ बसारत कयूम ने तबरेज की मौत के लिए सीनी थाना प्रभारी एवं सरायकेला थाना प्रभारी के साथ-साथ दो डॉक्टरों की लापरवाही को जिम्मेदार ठहराया है। साथ ही मौत का कारण तबरेज के सिर की हड्डी टूटने से ब्रेन हैमरेज को कारण बताया गया है, जबकि पहले पुलिस ने पोस्टमार्टम रिपोर्ट का हवाला दे गंभीर चोट से इन्कार किया था।
एसडीओ की रिपोर्ट में सीनी थाना प्रभारी व खरसावां थाना प्रभारी के घटना के बाद कार्य में कोताही बरते जाने की बात सामने आई है। रिपोर्ट में कहा गया है कि गांव के प्रधान के मुताबिक घटना रात एक बजे की है। इसकी सूचना पुलिस को रात्रि दो बजे ही दे दी गयी थी। इसके बावजूद पुलिस टीम सुबह छह बजे मौके पर पहुंची। पुलिस ने अपने वरीय अधिकारियों को बताया था कि उनको घटना की सूचना सुबह पांच बजे ग्राम प्रधान के द्वारा दी गयी थी। जबकि ग्राम प्रधान ने एसडीओ को बताया कि उन्होंने सूचना रात दो बजे ही दे दी थी।
थाना प्रभारी ने एसडीपीओ को दी अधूरी जानकारी
एसडीओ ने बताया कि सीनी थाना प्रभारी ने अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी (एसडीपीओ) को बताया कि गांव में तीन जगह चोरी की सूचना है तो प्राथमिकी एक की जाए या तीन। जबकि एसडीपीओ को तत्काल यह बताना चाहिए था कि भीड़ द्वारा पकड़े गए चोरी के अरोपित (तबरेज) की पिटाई की गयी है और उसकी हालत खराब है, लेकिन सीनी प्रभारी ने वरीय पदाधिकारी को कुछ नहीं बताया।
डॉक्टर ने नहीं दिखाई गंभीरता, की खानापूर्ति
18 जून की सुबह व शाम को दो बार डॉक्टर ने तबरेज के शरीर की जांच की, लेकिन उन्होने उसे गंभीरता से नहीं लिया। सुबह में दूसरे डॉक्टर के द्वारा जांच की गई, जिसमें केवल एक एक्स रे कराया गया। जबकि उसके शरीर की पूरी जांच होनी चाहिए थी। डॉक्टर ने जांच रिपोर्ट में इंज्यूरी या अन्य स्वास्थ्य संबधी सूचना तक नहीं लिखी। वहीं शाम को जब दूसरे डॉक्टर ने जांच की तो सुबह वाले डॉक्टर के एक्सरे रिपोर्ट को ही आधार मान लिया। जबकि उन्हें शरीर की पूरी जांच करके पीडि़त को अस्पताल में भर्ती कराना चाहिए था, जो नहीं किया गया।
तबरेज के साथ रहे दो अन्य युवकों की पुलिस को है तलाश
घटना के दिन तबरेज के साथ कदमडीहा गांव का न्यूमेर अली एवं शेख इरफान भी साथ थे। जो घटना के बाद फरार हो गये थे। पुलिस उनकी तलाश कर रही है। उसके खिलाफ भी जल्द ही वारंट जारी की जाएगी। मामले में पुलिस इस माह के अंत तक चार्जशीट सौंपेगी।
क्या है रिपोर्ट में
- भीड़ की पिटाई में तबरेज के सिर में की एक हड्डी टूटी थी
- गिरफ्तारी के बाद डॉक्टरों ने एक्सरे तो कराया, गंभीरता से नहीं देखी रिपोर्ट
- एक्सरे में हैमरेज की हुई थी पुष्टि, इलाज होता तो बच सकती थी जान
- सीनी थाना प्रभारी और खरसावां थाना प्रभारी ने बरती लापरवाही
- रात एक बजे ग्राम प्रधान ने दी सूचना, सुबह मौके पर पहुंची पुलिस
- एसडीपीओ को थाना प्रभारी ने नहीं दी पूरी जानकारी