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गर्मी ने बढ़ाई उल्टी-दस्त के मरीजों की संख्या

लगातार बढ़ती गर्मी से लोग लू के शिकार हो रहे हैं। इससे लोग उल्टी दस्त के शिकार हो रहे हैं। सदर अस्पताल में उल्टी दस्त के मरीज अधिक आ रहे हैं।

By JagranEdited By: Published: Mon, 13 May 2019 06:37 PM (IST)Updated: Thu, 16 May 2019 08:21 AM (IST)
गर्मी ने बढ़ाई उल्टी-दस्त के मरीजों की संख्या
गर्मी ने बढ़ाई उल्टी-दस्त के मरीजों की संख्या

जागरण संवाददाता, सरायकेला : लगातार बढ़ती गर्मी से लोग लू के शिकार हो रहे हैं। इससे लोग उल्टी दस्त व बुखार की चपेट में आकर सदर अस्पताल या प्राइवेट अस्पताल में इलाज करा रहे हैं। सदर अस्पताल में सोमवार को ओपीडी व इमरजेंसी में पिछले सप्ताह की तुलना में 30 फीसद अधिक मरीज आए। सदर अस्पताल के ओपीडी में सुबह से ही मरीजों की लंबी लाइन देखने को मिली। इसमें अधिकांश मरीज उल्टी दस्त के शिकार थे। सभी गर्मी की चपेट में आने से बीमार हुए थे।

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गर्मी में लू लगने के साथ साथ पेट की गड़बड़ी, शरीर में पानी की कमी व अन्य बीमारियां होना आम बात है। इस प्रकार के बीमारियों से खुद को बचाने के लिए लोगों को कई प्रकार की सावधानी बरतनी चाहिए। बदलते मौसम के कारण सदर अस्पताल समेत अन्य क्लीनिक में मरीजों की संख्या बढ़ गई है। पिछले साल की तुलना में इस साल सरायकेला सदर अस्पताल में मरीजों की संख्या ज्यादा है। गर्मी से होने वाली बीमारियों से पीड़ित मरीजों की संख्या दिन प्रतिदिन बढ़ते जा रही है। चिकित्सकों की माने तो अधिक गर्मी से ही लोगों का स्वास्थ्य बिगड़ रहा है।

पिछले साल की तुलना में अधिक मरीज

पिछले साल की तुलना में इस साल सदर अस्पताल में लू से पीड़ित मरीजों की संख्या ज्यादा है। वर्ष 2018 अप्रैल में 147 पुरूष व 79 महिला मरीज पहुंचे थे, वहीं मई में 213 पुरूष व 87 महिलाओं की लू व पेट गड़बड़ी की चपेट में आकर अस्पताल में भर्ती हुई थी। इस साल अप्रैल में 227 पुरूष व 105 महिला वहीं मई में आज तक 140 पुरूष व 90 महिलाएं अब तक अस्पताल में इलाज के लिए आ चुकी हैं। अनुमान लगाया जा रहा है कि यदि मौसम का मिजाज इसी तरह बना रहा तो मरीजों की संख्या और बढ़ सकती है। इस मौसम में बच्चों से लेकर बड़ों में डायरिया सबसे ज्यादा परेशान करता है। चिकित्सकों का कहना है कि खाने में विशेष ध्यान रखने की जरूरत है। डायरिया से ग्रस्त होने पर डाक्टर से तुरंत दिखाएं और ध्यान रखें कि मरीज के शरीर में पानी की कमी न हो।

सोमवार को सरायकेला का तापमान 43 डिग्री

सरायकेला का तापमान सोमवार को 43 डिग्री रहा। लगातार बढ़ती गर्मी व तेज उमस से जनजीवन पूरी तरह अस्त व्यस्त दिखा। लू के प्रकोप व लगातार बढ़ती गर्मी के बीच लोगों के बीमार होने का सिलसिला भी बढ़ते जा रहा है। पड़ रही भीषण गर्मी ने लोगों को हाल बेहाल कर दिया है। उल्टी दस्त व बुखार की चपेट में आकर सदर अस्पताल व प्राइवेट अस्पतालों में मरीज पहुंच रहे हैं। सोमवार को ओपीडी व इमरजेंसी में पिछले सप्ताह से 30 फीसद मरीज अधिक आए।

डिब्बा बंद खाद्य सामग्री से बचें : डॉ. बरियल मार्डी

सदर अस्पताल सरायकेला के उपाधीक्षक डॉ. बरियल मार्डी ने बताया कि अस्पताल में ज्यादातर मरीज दस्त व डिहाइड्रेशन के आ रहे हैं। अस्पताल में दाखिल करने के लिए पर्याप्त जगह है। गर्मी में सबसे ज्यादा शिकायत डी हाइड्रेशन की होती है। ऐसे में अभिभावक बच्चों को तेज धूप में नहीं निकलने दें। आवश्यक होने पर पूरे कपड़े पहनाकर भेजें। साथ ही धूप में निकलने से पहले भरपूर पानी पीकर निकलें। खाने पीने में भी विशेष सावधानी बरतें। तली, गली और डिब्बा बंद खाद्य सामग्री के उपयोग से बचें। पेय पदार्थों का ज्यादा उपयोग करें। युवा और बुजुर्ग भी गर्मी में इन सावधानियों को रखकर बीमारियों से बचाव कर सकते हैं। डायरिया के लक्षण

डायरिया में उल्टी, पेट दर्द और सूजन हो सकती है। बार-बार शौचालय जाने की तीव्र इच्छा होती है। गंभीर होने पर बुखार भी हो सकता है। कमजोरी महसूस हो सकता है। त्वचा और होंठ सूख जाते हैं।

ऐसे करें बचाव

- गर्मी में भोजन ताजा करें। पानी साफ-सुथरा पियें। बाजार की चीजों से परहेज करें। धूप से बचाव के लिए छाता व मुंह बांधकर चलें। पानी में शुद्धता नहीं है तो गर्मी में भी पानी उबालकर पीना चाहिए, इस मौसम में दूषित पानी आपूर्ति होने की संभावना बढ़ जाती है। पानी में कीटनाशक आदि मिला हो तो उसे पीने से डायरिया, हैजा, टायफायड वगैरह हो सकता है।


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