फर्जी दस्तावेज पर बैंक से आठ लाख की धोखाधड़ी
सरायकेला वार्ड नंबर चार निवासी अमित कुमार और प्रवीण कुमार पर एसबीआई के शाखा प्रबंधक ने फर्जी दस्तावेज जमाकर आठ लाख की धोखाधड़ी का मामला थाने में दर्ज कराया है।
जागरण संवाददाता, सरायकेला : सरायकेला वार्ड नंबर चार निवासी अमित कुमार और प्रवीण कुमार ने एसबीआई बैंक में फर्जी दस्तावेज जमाकर आठ लाख की धोखाधड़ी करने का मामला प्रकाश में आया है। बैंक के शाखा प्रबंधक ओम प्रकाश ने सरायकेला थाने में अमित कुमार पति और प्रवीण कुमार के विरुद्ध धोखाधड़ी का मामला दर्ज कराया है।
शाखा प्रबंधक ओम प्रकाश ने लिखित शिकायत में पुलिस को बताया कि 30 नवंबर 2018 को अमित कुमार पति एवं प्रवीण कुमार बैंक शाखा आए। उन्होंने कार ऋण लेने के लिए जानकारी प्राप्त की। शाखा अधिकारी ने ऋण लेने संबंधी पूरी जानकारी दी। अमित कुमार ने धनबाद स्थित शोरूम से कार लेने की इच्छा जाहिर की। उनके अनुसार धनबाद के शोरूम में 153000 रुपये का डिस्काउंट ऑफर मिल रहा था। कागजात एवं स्थानीय पते की जांच तथा कारोबार की जानकारी लेने के बाद तीन दिसंबर 2018 को लोन स्वीकृत कर दिया गया। स्वीकृत राशि आठ लाख रुपये रेनॉल्ट शोरूम एब्सोलूट धनबाद ऑटोमोबाइल के पीएनबी खाते में डाल दी गई।
इसके बाद बैंक ने अमित कुमार पति को कार के साथ जल्द से जल्द शाखा में आने एवं इनवाइस, इंश्योरेंस तथा निबंधन के बाद कॉपी शाखा में जमा करने का निर्देश दिया। दो-तीन दिनों के बाद अमित कुमार ने फोन पर बताया कि कार के कलर में कुछ कमी है, अब 15 दिसंबर को कार मिलेगी। 15 दिसंबर को अमित कुमार ने फोन पर बताया कि उसने कार ले ली है। दो-तीन दिनों में वह सरायकेला पहुंचेगा। शाखा प्रबंधक ने लिखित शिकायत में बताया कि बैंक द्वारा बुलाए जाने पर वे बार-बार टाल-मटोल करते रहे। फोन करने पर अमित कुमार पति ने व्हाट्सएप पर कार के साथ अपनी फोटो एवं इंवाइस व बिल की प्रति भेज दी। उन्होंने चार-पांच दिनों में बैंक आने की बात कही। परंतु शाखा द्वारा बार-बार कार संबंधी कागजातों की प्रति मांगने तथा कार के साथ बुलाने पर भी वे नहीं आए। बार-बार टालमटोल एवं उनके इरादे को भांपते हुए उनके घर पर नोटिस भेजी गई जो उनकी मां ने प्राप्त की। इसके बाद जब बैंक शाखा ने विस्तृत जानकारी प्राप्त किया तो पता चला कि जिस एब्सोलूट ऑटोमोबाइल के खाते में पैसा ट्रांसफर हुआ है उसका प्रोपराइटर प्रवीण कुमार की पत्नी प्रभा अग्रवाल हैं, जबकि एब्सोलूट ऑटोमोबाइल का खाता संख्या अलग है। शाखा प्रबंधक ने कहा कि ऋणी अमित कुमार पति ने स्वयं सत्यापित कर ऑटोमोबाइल से संबंधित जो कोटेशन शाखा में जमा किया था वह फर्जी था। इस तरह आवेदक अमित कुमार पति एवं प्रवीण कुमार दोनों ने मिलकर सुनियोजित तरीके से सरकारी राशि की ठगी की है। फर्जी दस्तावेज जमाकर शोरुम को पैसा नहीं जमाकर अपने दोस्त की पत्नी के खाते में पैसा ट्रांसफर कराकर धोखाधड़ी की है। जानकारी मिली कि ठगी के बाद दोनों व्यक्ति उस पते पर नहीं हैं। प्रवीण कुमार अभी राजगंज धनबाद में रह रहे हैं। शाखा प्रबंधक ओम प्रकाश ने पुलिस से अमित कुमार पति व प्रवीण कुमार के विरुद्ध कानूनी कार्रवाई का अनुरोध किया है।