स्तनपान के लिए प्रेरित करें सेविका : उपायुक्त
जागरण संवाददाता, सरायकेला : टाउन हॉल में शनिवार को कार्यक्रम आयोजित सेविका व सहायिका
जागरण संवाददाता, सरायकेला : टाउन हॉल में शनिवार को कार्यक्रम आयोजित सेविका व सहायिका को पोषण माह के तहत काम करने के लिए जागरूक किया गया। मौके पर उपायुक्त छवि रंजन ने कहा कि स्वस्थ्य बच्चों से ही स्वस्थ्य समाज का निर्माण हो सकता है। इसलिए बच्चों को कुपोषण मुक्त करना होगा। सेविका का प्रतिदिन का काम है कि पोषण के तहत कुपोषण से लड़ना। समाज कल्याण के लिए सेविका, सहिया व एएनएम आपस में समन्वय बनाकर काम करें। सेविकाओं को कुपोषित बच्चों को चिन्हित कर कुपोषण उपचार केंद्र भेजने का निर्देश दिया गया। उपायुक्त ने कहा कि झारखंड में 35 फीसद महिलाएं बच्चों को जन्म के बाद स्तनपान नहीं कराती हैं। सेविका सभी गर्भवती महिलाओं को स्तनपान के प्रति प्रेरित करें।
पुलिस अधीक्षक चंदन कुमार सिन्हा ने कहा कि केवल कीमती फल व दूध में ही पोषक तत्व नहीं हैं। अपने घर व आसपास में मिलने वाली फलों व साग सब्जियों में भी वही पोषक तत्व है जो दूध, अनार व सेव में मिलता है। इसलिए घर के साग सब्जी का प्रयोग करें। उन्होंने कार्यक्रम में उपस्थित आंगनबाड़ी कार्मिकों का आह्वान किया कि आपका योगदान महत्वपूर्ण है। इसी से जिला कुपोषण रहित होकर एक उपलब्धि कायम करेगा। अपने कार्यक्षेत्र के बच्चों को अपने बच्चे की तरह मानकर काम करें। समाज तथा देश की सेवा करने के लिए हम सभी को अपना कर्तव्य ईमानदारी से निर्वहन करना चाहिए। सभी के सम्मिलित प्रयास से भारत की पूरी पीढ़ी स्वस्थ होगी। गर्भवती महिलाओं को प्रतिदिन पोषक तत्वों से भरपूर भोजन करने पर जोर देते हुए टीकाकरण के महत्व के बारे में बताया गया। कार्यक्रम को सिविल सर्जन डॉ. प्रियरंजन, नगर पंचायत अध्यक्ष मिनाक्षी पटनायक, उपाध्यक्ष मनोज चौधरी, समाज कल्याण पदाधिकारी प्रियंका ¨सह समेत अन्य ने संबोधित किया। कार्यक्रम का संचालन खरसावां सीडीपीओ सुप्रिया शर्मा ने किया, जबकि धन्यवाद ज्ञापन सरायकेला सीडीपीओ ने दिया।
बच्चों का कराया गया अन्न प्रसन्न
कार्यक्रम में उपस्थित उपायुक्त, पुलिस अधीक्षक व अन्य अतिथियों ने छह माह पूरा कर चुके दो बच्चों रोहित बानरा व सुहानी हेम्ब्रम को खीर खिलाकर अन्न प्रसन्न कराया, जबकि स्वस्थ्य शिशु के रूप में ऋषभ दास, सामाय टुडू, सैनिक हाईबुरु व साकेत टुडू को सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में मातृ वंदना योजना से लाभान्वित महिलाओं को भी लाभ दिया गया।
इस माह आयोजित होंगे कई कार्यक्रम
एक से सात सितंबर तक रैली, दीपोत्सव, अन्न प्रसन्न कार्यक्रम आयोजित होंगे। दूसरे सप्ताह आठ से 15 सितंबर तक स्वयं सहायता समूहों की बैठक में मातृत्व पोषण पर चर्चा और गोद भराई कार्यक्रम होंगे। तीसरे सप्ताह में 16 से 23 सितंबर तक स्वयं सहायता समूहों की बैठक में 0 से दो वर्ष के बच्चे और किशोरी के पोषण पर चर्चा, रंगोली कार्यक्रम होगा। चौथे और अंतिम सप्ताह में 24 से 30 सितंबर तक मीना दिवस, सुपोषण दिवस और ग्राम स्वास्थ्य पोषण दिवस का कार्यक्रम आयोजित होंगे। राष्ट्रीय पोषण माह का समापन दो अक्टूबर को होगा।