नक्सली संगठन का कमांडर गिरफ्तार
सरायकेला-खरसावां जिला पुलिस को एक और बड़ी कामयाबी हाथ लगी है। पुलिस ने नक्सली संगठन के कमांडर समेत दो नक्सलियों को गिरफ्तार किया है।
जागरण संवाददाता, सरायकेला : सरायकेला-खरसावां जिला पुलिस को एक और बड़ी कामयाबी हाथ लगी है। पुलिस ने नक्सली संगठन के कमांडर समेत दो नक्सलियों को गिरफ्तार किया है। जिला पुलिस कार्यालय में अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी राकेश रंजन ने सोमवार को अपने कार्यालय कक्ष में प्रेसवार्ता आयोजित कर पत्रकारों को जानकारी देते हुए बताया कि नक्सली संगठन का कमांडर गणेश गागराई ठेकेदारों एवं कारोबारियों से लगातार लेवी की मांग कर रहा था तथा नहीं देने पर बुरे अंजाम की धमकी देकर दहशत का माहौल कायम कर रखा था। गणेश पश्चिमी सिंहभूम जिला के सोनुवा थानांतर्गत परसा गांव का रहने वाला है जबकि उसके साथ पकड़ा गया नक्सली सावन तियू पश्चिमी सिंहभूम जिले के चक्रधरपुर थानांतर्गत सिकीदिरी का रहने वाला है। एसडीपीओ राकेश रंजन ने बताया कि जिले के पुलिस अधीक्षक को सूचना मिली थी कि नक्सली संगठन पीएलएफआइ का पूर्व सदस्य जेएसजेएमएम के नाम पर संगठन बनाकर सरायकेला-खरसावां के कई थाना क्षेत्र में घूम-घूमकर विकास योजनाओं का कार्य करा रहे ठेकेदारों एवं कारोबारियों से लेवी की वसूली कर रहा है और नहीं देने पर हिसक कार्रवाई की धमकी दे रहा है। सूचना के बाद अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी के नेतृत्व में छापेमारी टीम गठित की गई जिसमें सरायकेला अंचल पुलिस निरीक्षक पास्कल टोप्पो, सरायकेला थाना प्रभारी नवीन प्रकाश पांडेय एवं पुलिस अधिकारी मीरा लकड़ा, सुनील कुमार भोक्ता समेत कई पुलिस कर्मी शामिल थे। पुलिस अधीक्षक ने गठित टीम को त्वरित कार्रवाई करते हुए नक्सली कमांडर गणेश गागराई की गिरफ्तारी करने का टास्क दिया। छापेमारी टीम ने गुप्त सूचना के आधार पर त्वरित कार्रवाई करते हुए नक्सली कमांडर व उसके एक सहयोगी को गिरफ्तार किया तथा उसकी निशानदेही पर संविदा एवं व्यवसायियों से लेवी वसूलने के लिए प्रयुक्त सिम के साथ मोबाइल तथा घटना का अंजाम देने में प्रयुक्त बाइक भी बरामद की। इन मामलों में स्वीकारी संलिप्तता
पूछताछ करने पर गणेश गागराई व सावन तियु ने सरायकेला एवं चाईबासा जिले में आधा दर्जन से अधिक मामलों में संलिप्तता स्वीकार की। गणेश गागराई 2019 के दिसंबर महीने में जमानत पर जेल से निकला और उसके बाद बड़ाबांबो से सुपाईसाई तक सड़क बना रहे ठेकेदार से लगातार लेवी की मांग कर रहा था। जिससे विकास कार्य करा रहे ठेकेदार एवं व्यवसायियों में भय का माहौल था। एसडीपीओ ने बताया कि इनकी गिरफ्तारी से क्षेत्र में हो रहा विकास कार्य शांतिपूर्ण संपन्न हो पाएगा। जेल के बाहर निकल गणेश ने खरसावां के ईंट भट्ठा कारोबारी से दो लाख रुपये लेवी की वसूली की जबकि सरायकेला के व्यवसायी को लेवी नहीं देने पर बुरा अंजाम की धमकी दी। गणेश गागराई का आपराधिक इतिहास
2016 में सरायकेला थाना इलाके के सीनी मोड़ से उकरी मोड़ होते हुए खरसावां तक सड़क निर्माण में लगी मशीन को आकर्षिणी मंदिर के पास जला दिया था और हवाई फायरिग की थी।
2016 में खरसावां थाना इलाके में हुई डकैती में शामिल था और गिरफ्तार भी हुआ था। मामला कोर्ट में चल रहा है।
2016 में चाईबासा थाना इलाके में पेट्रोल पंप संचालक से रंगदारी मामले में गिरफ्तार हुआ था और उसकी निशानदेही पर उसके घर से कार्बाइन बरामद हुआ था। मामले में निचली अदालत ने छह वर्ष की सजा सुनाई थी। इस मामले में वह हाईकोर्ट में अपील कर जमानत पर है।
2016 में चाईबासा के पेट्रोल पंप संचालक से रंगदारी मांगने के मामले में उसे दो वर्ष छह महीने की सजा हुई थी। सजा वह भुगत चुका है। छापेमारी दल में शामिल पुलिस पदाधिकारी
1- पुलिस निरीक्षक पास्कल टोप्पो
2- सरायकेला थाना प्रभारी नवीन प्रकाश पांडेय
3- मीरा लकड़ा
4- सुनील कुमार भोक्ता
5- सोमा टोप्पो