साेते रहे पुलिस के जवान, हथकड़ी सहित अस्पताल से भाग निकला नक्सली
Naxalite. झारखंड के सरायकेला सदर अस्पताल के कैदी वार्ड से नक्सली हथकड़ी सहित फरार हो गया। उस समय उसकी सुरक्षा में तैनात चार पुलिस जवान और एक एसआइ सो रहे थे।
सरायकेला, जेएनएन। झारखंड के कोल्हान प्रमंडल के सरायकेला-खरसावां जिले में बड़ी घटना घटी है। यहां सरायकेला स्थित सदर अस्पताल से नक्सली हथकड़ी सहित फरार हो गया है। अस्पताल के कैदी वार्ड में इलाजरत नक्सली बुधवार सुबह चार बजकर पांच मिनट पर भागा। उस समय उसकी सुरक्षा में तैनात चार पुलिस जवान और एक एसआइ सो रहे थे। अस्पताल के अन्य स्टाफ भी सो रहे थे। इसी का फायदा उठाकर नक्सली पीछे के रास्ते से फरार हो गया।
नक्सली शंभू मांझी को पिछले दिनों कुचाई क्षेत्र में हुई मुठभेड़ के बाद घायल अवस्था में जंगल से पकड़ा गया था। पहले उसे जमशेदपुर के एमजीएम अस्पताल में भर्ती कराया गया। उसके बाद स्थिति सुधरने पर उसे सरायकेला सदर अस्पताल के कैदी वार्ड में भर्ती किया गया। अस्पताल में उसपर नजर रखने के लिए चार पुलिस जवान और एक एसआइ को तैनात किया गया था। बावजूद इसके वह भाग निकलने में सफल रहा। सीसीटीवी फुटेज की गवाही है कि जिस समय शंभू फरार हुआ, सुरक्षा में तैनात सुरक्षाकर्मी सो रहे थे। अस्पताल के अन्य कर्मचारी भी सो रहे थे। इसी का फायदा उसने उठाया और हथकड़ी सहित भाग निकला।
फरार देखकर मचा हड़कंप
सीसीटीवी में कैद नक्सली की तस्वीर।
सुरक्षार्मियों की नींद खुली तो देखा कि शंभू नहीं है। पहले इधर-उधर ढूंढा गया और जब सभी समझ गए कि वह फरार हो गया है तो हड़कंप मच गया। पुलिस के आलाधिकारियों को सूचना दी गई। उसके बाद तफ्तीश शुरू हुई। सीसीटीवी का फुटेज खंगाला गया। शंभू मुख्य गेट की बजाय पीछे के गेट से पाेस्टमार्टम हाउस के पास से होते हुए निकल गया।
सदर अस्पताल के इसी बेड पर था फरार नक्सली।
मंगलवार को हुआ था आइईडी ब्लास्ट, 26 जवान हुए थे घायल
सरायकेला से करीब 33 किमी दूर कुचाई और खरसावां प्रखंड के सीमावर्ती रायसिंदरी-बुरुटोला जंगल में मंगलवार तड़के सुबह चार से पांच बजे के बीच नक्सलियों द्वारा लगाए गए आइईडी (इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस) के 14-15 विस्फोट हुए थे, जिसमें केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल की कोबरा (कमांडो बटालियन फॉर रेसोल्यूट एक्शन) बटालियन और झारखंड जगुआर के 26 जवान घायल हो गए। जिसमें छह की हालत गंभीर है। धमके के बाद नक्सलियों ने जवानों को लक्ष्य कर फायरिंग भी की। जवानों ने भी जवाबी कार्रवाई की, जिसमें तीन-चार नक्सलियों के भी मारे जाने की सूचना आई। हालांकि पुलिस ने इसकी पुष्टि नहीं की। वहीं जवानों को भारी पड़ता देख नक्सली घने जंगल का फायदा उठाकर भाग गए।
घायलों को हेलीकाप्टर से भेजा रांची, मेडिका में इलाज
पहले सभी घायलों को जवानों ने पहाड़ी से स्ट्रेचर के जरिए नीचे उतारा। पहाड़ी के नीचे बेस कैंप में पहले से मौजूद चिकित्सकों की टीम ने घायलों का प्राथमिक उपचार किया। उसके बाद सभी को एंबुलेंस से करीब तीन किमी दूर खरसावां के महतो रिडींग गांव के स्कूल मैदान लाया गया। यहां से बीएसएफ के हेलीकॉप्टर से सभी घायलों को रांची भेजा गया। घायलों को खरसावां से रांची ले जाने के लिए हेलीकॉप्टर को कुल तीन फेरे लगाने पड़े। घायलों का रांची के मेडिका अस्पताल में इलाज किया जा रहा है। विस्फोट में एक जवान के पैर तथा एक के चेहरे पर चोट आई है। सूचना मिलने के बाद घायलों का हालचाल लेने राज्य के पुलिस महानिदेशक डीके पांडेय मेडिका अस्पताल पहुंचे।
तीन दिनों से चल रहा था सर्च ऑपरेशन
खरसावां-कुचाई के जंगलों में पिछले तीन दिनों से सर्च ऑपरेशन चल रहा था। मंगलवार की सुबह नक्सलियों ने आइईडी विस्फोट कर दिया। जिसमें 26 जवान घायल हुए है। पांच जवानों की हालत नाजुक है। सभी को बेहतर इलाज के लिए रांची के मेडिका में भर्ती कराया गया है। पूरे जंगल की घेराबंदी कर ऑपरेशन चलाया जा रहा है।
-चंदन सिन्हा, एसपी, सरायकेला-खरसावां।
महाराज प्रमाणिक दस्ते ने दिया घटना को अंजाम
कुचाई व खरसावां क्षेत्र में हार्डकोर नक्सली महाराज प्रमाणिक का दस्ता सक्रिय है। चुनाव के दौरान इस क्षेत्र में उसकी उपस्थिति की सूचना मिली थी। पुलिस उसी सूचना के आधार पर एलआरपी पर निकली थी। पुलिस ने मीडिया वालों को भी घटनास्थल की ओर जाने से रोक दिया है।
जंगल की घेराबंदी कर कांबिंग ऑपरेशन जारी
सरायकेला-खरसावां जिले के पुलिस अधीक्षक चंदन कुमार सिन्हा ने घटनास्थल पर पहुंचकर मोर्चा संभाल लिया। पुलिस जंगल की चारो ओर से घेराबंदी कर कां¨बग ऑपरेशन चला रही है। इसमें बड़ी संख्या में कोबरा बटालियन, झारखंड जगुआर, सीआरपीएफ, जिला पुलिस के जवान शामिल हैं।
निरंतर चल रहा अभियान : एडीजी अभियान
एडीजी अभियान एमएल मीणा ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि भाकपा माओवादी दस्ता वहां सक्रिय है। पुलिस पर उसी दस्ते ने हमला किया। पुलिस अब भी नक्सलियों के सफाए के लिए वहां अभियान चला रही है। यह भी ध्यान में रखा जा रहा है कि दोबारा विस्फोट या हमले जैसी कोई घटना न हो।
जवान के पैर में तार फंसने पर हुआ धमाका
कोबरा बटालियन और जगुआर के जवान पैदल एलआरपी (लांग रेंज पेट्रोलिंग) पर निकले थे। रायसिंदरी जंगल के पास पेड़ के पत्ते में फंसे तार में एक जवान का पैर फंस गया। इससे आइईडी ब्लास्ट हुआ और एलआरपी कर रहे जवान घायल हो गए।
पुलिस नक्सलियों का अब जड़ से सफाया करेगी : डीजीपी
मेडिका अस्पताल में घायलों का जायजा लेने के बाद डीजीपी डीके पांडेय ने बताया कि भाकपा माओवादी नक्सलियों ने सरायकेला के कुचाई सहित अन्य इलाकों में चुनाव को बाधित करने के लिए आइइडी व एंटी पर्सनल माइंस लगाए गए थे। इन्हें हटाने के लिए झारखंड पुलिस, कोबरा व जगुआर के जवान पिछले तीन दिनों से अभियान चला रहे हैं। इसी कड़ी में नक्सलियों ने हमला किया। इसमें जवान घायल हुए हैं। पुलिस नक्सलियों का अब जड़ से सफाया करेगी। अब भी जंगल में सर्च अभियान जारी है।
सरायकेला में एक माह में तीसरा नक्सली हमला
जिले के खरसावां थाना क्षेत्र में एक महीने में नक्सलियों ने तीन घटनाओं को अंजाम दिया है। खरसावां थाना क्षेत्र के हुड़ागदा के पास 20 मई को नक्सलियों ने 21 आइईडी ब्लास्ट कर तीन जवानों को घायल कर दिया था। इससे पूर्व लोकसभा चुनाव के दौरान तीन मई को भाजपा प्रत्याशी अजुर्न मुंडा के चुनाव कार्यालय को विस्फोट कर उड़ा दिया था। वहीं मंगलवार को तीसरी घटना में 26 जवान घायल हो गए। लगातार हो रही घटनाओं से जिला पुलिस कठघरे में है।
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