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बैठक से गायब चल रहे श्रम प्रवर्तन पदाधिकारी को शोकॉज

प्रखंड सभागार में सोमवार को पंचायत समिति सदस्यों की मासिक बैठक हुई।

By JagranEdited By: Published: Mon, 22 Oct 2018 06:37 PM (IST)Updated: Mon, 22 Oct 2018 06:37 PM (IST)
बैठक से गायब चल रहे श्रम प्रवर्तन पदाधिकारी को शोकॉज
बैठक से गायब चल रहे श्रम प्रवर्तन पदाधिकारी को शोकॉज

संवाद सूत्र, राजनगर : प्रखंड सभागार में सोमवार को पंचायत समिति सदस्यों की मासिक बैठक हुई। बैठक प्रखंड प्रमुख विशु हेंब्रम की अध्यक्षता में हुई। इसमें में उपप्रमुख विनय ¨सहदेव, बीडीओ प्रेमचंद सिन्हा, सीओ निवेदिता नियति, प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. अर्जुन सोरेन, पशु चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. प्रद्युम्न कुमार स्वाईं, सांसद प्रतिनिधि लालटू महतो, विधायक प्रतिनिधि धर्मा मुर्मू समेत विभिन्न विभाग के पदाधिकारी एवं प्रतिनिधि उपस्थित थे। बैठक से लगातार गायब रहने पर श्रम प्रवर्तन पदाधिकारी को शोकॉज किया गया। बैठक की कार्यवाही शुरू करते हुए पंचायत समिति सदस्यों ने विभिन्न विभागों की योजनाओं की समीक्षा की। बारी बारी से योजनाओं की जानकारी मांगी। बैठक में पंचायत समिति सदस्यों ने कई मुद्दे उठाए। सदस्यों ने प्रखंड में कुकुरमुत्ते की तरह चल रहे निजी विद्यालयों की मान्यता के बारे में प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी से जानकारी मांगी।

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सदस्यों ने पूछा कि प्रखंड में कितने निजी विद्यालय मान्यता प्राप्त हैं। इस पर बीईईओ सुनील केशरी ने शीघ्र ही सदन को इसकी जानकारी उपलब्ध कराने का आश्वासन दिया। साथ ही निजी विद्यालय के प्रधानाध्यापकों एवं संचालकों से बैठक कराने का भी आश्वासन दिया। सदस्यों ने चालियामा में कल्याण विभाग के मद से बने भवन व चारदीवारी का निजी उपयोग का मुद्दा उठाया। कहा कि यहां एक व्यक्ति द्वारा इसका निजी उपयोग किया जा रहा है। स्कूल चलाया जा रहा है। इसे खाली कराया जाए। बिजली विभाग को 15 दिनों के अंदर प्रखंड के विभिन्न गांव में खराब ट्रांसफार्मरों को बदलने का अथवा मरम्मत करने का निर्देश दिया गया। पेयजल एवं स्वच्छता विभाग को 365 दिन खराब चापाकलों की मरम्मत करने का निर्देश दिया गया। साथ ही बाल विकास एवं परियोजना कार्यालय को बंद स्कूलों में आंगनबाड़ी केंद्र चलाने का सदन ने निर्देश दिया। बैठक में स्वास्थ्य विभाग की ओर से प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. अर्जुन सोरेन ने आयुष्मान भारत योजना के बारे में जानकारी दी। बताया कि जिले में 10 गैर सरकारी अस्पताल आयुष्मान भारत योजना अंतर्गत पंजीकृत हैं जहां लाभार्थी साल में पांच लाख रुपये तक का निश्शुल्क इलाज करा सकते हैं। बताया कि आयुष्मान भारत का गोल्डन कार्ड सभी गांव में स्वास्थ्य सहिया द्वारा वितरण की जा रही है। बैठक में सभी पंचायत समिति सदस्य उपस्थित थे।


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