मंगल कामना के साथ मंगला घट स्थापित
परंपरागत चैत्र पर्व उत्सव के तहत पहले मंगलवार को पवित्र मंगला घट का आगमन हुआ। इसके तहत परंपरा अनुसार महिलाएं निर्जला उपवास व्रत रख मंगलवार की शाम खरकई नदी के तट पर पहुंची जहां पवित्रता से स्नान ध्यान कर कलशों में पवित्र जल लेकर मंगला घट के साथ पदयात्रा की..
जागरण संवाददाता, सरायकेला : परंपरागत चैत्र पर्व उत्सव के तहत पहले मंगलवार को पवित्र मंगला घट का आगमन हुआ। इसके तहत परंपरा अनुसार महिलाएं निर्जला उपवास व्रत रख मंगलवार की शाम खरकई नदी के तट पर पहुंची, जहां पवित्रता से स्नान ध्यान कर कलशों में पवित्र जल लेकर मंगला घट के साथ पदयात्रा की। इस दौरान पारंपरिक गाजे-बाजे के बीच सिर पर मंगला घट धारण किए भक्तिन महिलाएं झूमते हुए मंगला घट के साथ मंगला स्थल पहुंची। पुजारी ने मंत्रोच्चार के बीच मंगला घट स्थापित किया। इस अवसर पर मां मंगला का आह्वान कर विधि-विधान के साथ मां मंगल की पूजा-अर्चना की गई। साथ ही विश्व में सुख, शांति व समृद्धि के लिए मां मंगला से मंगल प्रार्थना की। राजनगर में धूमधाम से पूजी गईं मां मंगला, भक्तों ने मां से मांगी आशीष : राजनगर प्रखंड क्षेत्र के विभिन्न गांवों में मंगलवार को मां मंगला की पूजा-अर्चना धूमधाम से की गई। डुमरडीहा में दीपक मुखी के घर, बुरुडीह में अशोक मुखी के घर, विक्रमपुर में देवेंद्र मुखी के घर व राजनगर उरांव बस्ती में प्रतिवर्ष की भांति इस वर्ष भी धूमधाम से मां मंगला की पूजा की गई। भक्तों ने नजदीकी जलाशयों से कलश में पानी लाकर घर में स्थापित कर मां मंगला की पूजा की। कलश यात्रा में महिला श्रद्धालु शामिल हुईं। सिर पर कलश लिए मां की भक्ति में लीन श्रद्धालु गाजा-बाजा के साथ झूमते हुए पूजा बेदी स्थल पर पहुंचे। मां मंगला से मांगी गई मुराद पूरी होने पर श्रद्धालुओं ने माता को चढ़ावा भी चढ़ाया। ऐसी मान्यता है कि जो भक्त सच्चे मन से मां मंगला देवी की पूजा-अर्चना करते हैं, मां उसकी झोली खुशियों से भर देती है। भक्तों ने मां से सुख, समृद्धि व रोग मुक्त वातावरण की कामना की। खरसावां के विभिन्न गांवों में हुई मां मंगला की पूजा : मंगलवार को खरसावां व कुचाई के विभिन्न क्षेत्रों में मां मंगला की पूजा हर्षोल्लास के साथ संपन्न हुई। खरसावां में के मुख्य रूप से रामगढ़, तलसाही, रिडींग, खेजुरदा, आमदा, अयोद्या, पोटोबेड़ा क्षेत्र में पूजा-अर्चना की गई। इसके अलावा कुचाई के विभिन्न इलाकों में भी पूजा-अर्चना की गई। खरसावां में महिलाओं ने कलश यात्रा निकाली और माता के पीठ पर स्थापित कर पूजा-अर्चना की। इस दौरान महिलाओं ने मंगल कामना कर माता मंगला की पूजा की। कलश यात्रा में शामिल महिलाओं ने उपवास कर व्रत रखा था। कलश यात्रा निकालते समय व्रति महिलाओं ने झूपान भी किया। जगह-जगह पूजा-अर्चना की गई। श्रद्धालुओं ने मन्नत पूरी होने पर माता की पीठ पर चढ़ावा भी चढ़ाया। इस धार्मिक अनुष्ठान में शामिल श्रद्धालुओं के बीच प्रसाद भी बांटे गए।