प्रतिभा हो तो साधन-संसाधन बाधक नहीं : उपायुक्त
इनोगेटिव पें¨टग के जरिए कुचाई के उत्क्रमित उच्च विद्यालय अरुवां के क्लास रूम को ट्रेन का रूप दिया गया है। बुधवार को उपायुक्त ने इसका उद्घाटन किया।
संवाद सूत्र, खरसावां : इनोगेटिव पें¨टग के जरिए कुचाई के उत्क्रमित उच्च विद्यालय अरुवां के क्लास रुम को ट्रेन का रूप दिया गया है। स्कूल भवन देखने में ट्रेन के डिब्बों जैसा दिख रही है। बुधवार को इसका उद्घाटन उपायुक्त छवि रंजन ने किया।
मौके पर उपायुक्त छवि रंजन ने कहा कि बड़े सपने देखने तथा उसे पूरा करने के लिए लगन के साथ मेहनत करे। कामयाबी हासिल करने के लिए जीवन में लक्ष्य निर्धारित कर सकारात्मक सोच के साथ आगे बढ़ने की सीख दी। उपायुक्त ने कहा कि जब सोच बड़ी होगी, तभी लंबी दौड़ व लंबी छलांग लगाकर सपना को साकार कर पाएंगे। जीवन में अनुशासन को अपनाने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि दुनिया में ऐसे कई उदाहरण हैं, जो छोटे जगहों से निकल कर सीमित संसाधनों में ही ऊंचे स्थान पर पहुंचे हैं। उन्होंने बच्चों से कहा कि शिक्षक जो भी पढ़ा रहे हैं, दवा की घूंट की तरह पी जाएं। शिक्षा से मुंह से मोड़ें, भविष्य में इसका काफी लाभ मिलेगा। शिक्षकों का मार्गदर्शन लें। इस दौरान उपायुक्त स्कूल के बाल संसद सदस्यों से मिले तथा बाल संसद के मंत्री प्रेरणा महतो व जगन्नाथ मंडल के सवालों का जवाब दिया। बच्चों के सवालों का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि किसी किताब में नेताजी सुभाष चंद्र बोस के इंडियन सिविल सर्विसेस से रिजाइन करने के बारे में पढ़ा, तो इस नौकरी के संबंध पिताजी से जानकारी ली। इसके बाद आइएएस बनने का लक्ष्य निर्धारित कर आगे बढ़ा। प्रतिभा हो तो साधन-संसाधन कभी बाधक नहीं बन सकता। देश में डॉ एपीजे अब्दुल कलाम समेत कई उदाहरण हैं, जो सीमित संसाधनों में भी बेहतर किए हैं। मौके पर स्कूल के शिक्षक व छात्रों ने कुचाई के जंगल से सियाडी पत्तों को एकत्रित कर बनाए टोपी उपायुक्त को पहनाया। इस दौरान छात्रों ने सांस्कृतिक कार्यक्रम पेश कर अतिथियों का मन मोह लिया। मौके पर खेल, पढ़ाई से लेकर अन्य गतिविधियों में बेहतर काम करने वाले छात्रों को उपायुक्त ने पुरस्कृत किया।