हो भाषा को आठवीं अनुसूची में शामिल करे सरकार
हो समुदाय के लोगों ने नई दिल्ली के जंतर-मंतर पर सोमवार को धरना प्रदर्शन किया।
जागरण संवाददाता, सरायकेला : हो समुदाय के लोगों ने नई दिल्ली के जंतर-मंतर पर सोमवार को धरना प्रदर्शन किया। धरना प्रदर्शन के दौरान हो भाषा को संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल करने की मांग की गई। धरना प्रदर्शन में झारखंड समेत पूरे देश भर के हो समुदाय के लोग पहुंचे थे।
इसमें कोल्हान के तीनों जिला सरायकेला- खरसावां, पश्चिमी व पूर्वी ¨सहभूम जिला से भी बड़ी संख्या में हो समुदाय के लोग शामिल हुए। धरना प्रदर्शन का समर्थन करने के लिए धरना स्थल जंतर मंतर में पहुंचे ¨सहभूम के सांसद लक्ष्मण गिलुवा तथा पूर्व मुख्यमंत्री मधु कोड़ा ने हो भाषा को संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल कराने की मांग को समर्थन किया है। इसके बाद हो समुदाय के लोग केंद्रीय गृह राज मंत्री किरण रिजीजु से मिलकर ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन सौंपने के दौरान हो समाज के प्रतिनिधिमंडल के साथ सांसद लक्ष्मण गिलुवा भी मौजूद थे। इस संबंध में आदी संस्कृति एवं विज्ञान केंद्र के जिलाध्यक्ष दामोदर ¨सह हांसदा ने बताया कि हो भाषा संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल होने के सभी अहर्ता को पूरा करता है। सरकार को चाहिए कि इस मांग को पूरा करें। उन्होंने कहा कि इस मुद्दे पर मंगलवार को केंद्रीय आदिवासी मामलों के मंत्री जुएल उरांव समेत अन्य केंद्रीय मंत्रियों से हो समाज का प्रतिनिधिमंडल मिलेगा। नई दिल्ली में आयोजित धरना प्रदर्शन में शामिल होने वालों में आदी संस्कृति एवं विज्ञान केंद्र के जिलाध्यक्ष दामोदर ¨सह हांसदा, मानकी कृष्णा सामड़, भूषण पाट ¨पगुआ, इपिल सामड़, सुरा बुड़उिली, गब्बर ¨सह हेंब्रम, नीतिमा जोंको, सिद्धेश्वर सामड़, वीर ¨सह बुड़उिली, सावन सोय, मुचिया सामड़, कोल झारखंड बोदरा, डेविड ¨सह बानरा, अमरमान जामुदा, सुप्रिया हांसदा, सुगंधी माई आदि शामिल हैं।