हथिनी ने अपने बच्चे की सुरक्षा के लिए एक को रौंदा
शनिवार की देर रात महुलडीहा गांव में एक मादा हथिनी ने अपने बच्चे की सुरक्षा के लिए ग्रामीणों को खदेड़ते हुए 50 वर्षीय दामू सोय को कुचल दिया। घटनास्थल पर ही दामू की मौत हो गई। इस क्रम में 17 वर्षीय प्रकाश पूर्ति का हाथ टूट गया। घटना की सूचना मिलने के बाद वन विभाग की टीम भी रेस हुई..
जागरण संवाददाता, सरायकेला : शनिवार की देर रात महुलडीहा गांव में एक मादा हथिनी ने अपने बच्चे की सुरक्षा के लिए ग्रामीणों को खदेड़ते हुए 50 वर्षीय दामू सोय को कुचल दिया। घटनास्थल पर ही दामू की मौत हो गई। इस क्रम में 17 वर्षीय प्रकाश पूर्ति का हाथ टूट गया। घटना की सूचना मिलने के बाद वन विभाग की टीम भी रेस हुई। मौके पर सरायकेला पुलिस भी पहुंची। हालांकि सीमांकन को लेकर घटनास्थल पांड्राशाली का बताया गया। इस दौरान गोविदपुर पंचायत की मुखिया शकुंतला महाली भी घटनास्थल पर उपस्थित थीं।
हथिनी अपने बच्चे के साथ पहुंची थी महुलडीहा गांव : प्रत्यक्षदर्शी ग्रामीण ने बताया कि रात लगभग आठ बजे महुलडीहा गांव में एक हथिनी अपने बच्चे के साथ पहुंच गई। उसके बाद आसपास के पांच गांव के ग्रामीण मशाल जलाकर हथिनी व उसके बच्चे को गांव से खदेड़ने लगे। इस क्रम में केयाड़चालम पंचायत क्षेत्र में हाथी के बच्चे को पत्थर आदि से मारना शुरू कर दिया। क्रोधित हो हथिनी ग्रामीणों को खदेड़ने लगी। भागने के क्रम में 50 वर्षीय दामू सोय पेड़ से टकराकर गिर पड़े और हथिनी ने उन्हें कुचल दिया। मौके पर दामू की मौत हो गई।
वन विभाग ने दिया आंशिक मुआवजा : मृतक दामू सोय की पत्नी नंदी सोय को विभागीय प्रावधान के अनुसार मुआवजा के तहत 25 हजार रुपये प्रदान किया। प्रक्रिया पूरी होने के बाद 3.75 लाख रुपये मृतक के परिजन को दिए जाएंगे। घायल युवक की जांच करने के बाद 15 हजार रुपये तक का मुआवजा दिया जाएगा। वन विभाग के कर्मियों ने ग्रामीणों के बीच जला मोबिल, जूट के बोरे और पटाखा का वितरण किया।
जंगली हाथियों से गांव की सुरक्षा को लेकर प्रयास किया जा रहा है। लोगों को जंगली हाथियों के साथ छेड़छाड़ नहीं किए जाने के लिए जागरूक किया जा रहा है। मृतक व घायल व्यक्ति के परिजनों को विभागीय प्रावधान के तहत मुआवजा राशि देने की प्रक्रिया पूरी की जा रही है।
- प्रमोद कुमार, वन क्षेत्र पदाधिकारी, सरायकेला।