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गोविदपुर की मुखिया पर 35 लाख रुपये अवैध निकासी का आरोप

सरायकेला-खरसावां जिले के राजनगर प्रखंड के गोविदपुर पंचायत की मुखिया पर बिना काम कराए 35 लाख रुपये अवैध निकासी का आरोप आरटीआई कार्यकर्ता ने लगाया है।

By JagranEdited By: Published: Thu, 17 Oct 2019 08:01 PM (IST)Updated: Sat, 19 Oct 2019 06:21 AM (IST)
गोविदपुर की मुखिया पर 35 लाख रुपये अवैध निकासी का आरोप
गोविदपुर की मुखिया पर 35 लाख रुपये अवैध निकासी का आरोप

जागरण संवाददाता, सरायकेला : सरायकेला-खरसावां जिले के राजनगर प्रखंड अंतर्गत गोविदपुर पंचायत की मुखिया सावित्री मुर्मू पर 14वें वित्त आयोग की योजना से 35 लाख 92 हजार 586 रुपये की अवैध निकासी का आरोप लगा है। वैसे यह आरोप आरटीआइ कार्यकर्ता दिनेश कुमार ने लगाया है। दिनेश कुमार ने पूरे मामले को लेकर लोकायुक्त को भी चिट्ठी लिखा है। इसमें गोविदपुर पंचायत के अंतर्गत 14वें वित्त आयोग की राशि से विकास योजना के लिए दिए गए कुल 45 योजनाओं के लिए जारी 35 लाख 92 हजार 586 रुपए की योजना को धरातल पर उतारे बगैर राशि निकासी का आरोप लगाया है। सभी योजनाओं की जांच कराए जाने की मांग की है।

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आरटीआई कार्यकर्ता दिनेश महतो ने सूचना के अधिकार के तहत जुटाई गई जानकारी के बाद सभी योजनाओं की छायाप्रति के साथ लोकायुक्त को सौंपी है। इतनी बड़ी राशि और इतने योजनाओं के लिए धनराशि जारी किए बगैर जारी करनेवाले पदाधिकारी भी सवालों के घेरे में आ सकते हैं। वहीं इस मामले में दिनेश महतो ने बताया कि ग्रामीण योजनाओं की सही तरीके से मॉनिटरिग के अभाव में सरकारी योजनाओं का बंदरबांट हो रही है। एक तरफ सरकार गांवों के विकास के लिए करोंड़ों रुपये भेजती है, दूसरी तरफ भ्रष्ट अधिकारी और जनप्रतिनिधि ग्रामीण योजनाओं को धरातल पर उतारने के बजाए पूरी राशि गटक रहे हैं। सरकार को ऐसे मामलों की निष्पक्ष जांच कराए जाने की आवश्यकता है।

इधर मुखिया सावित्री मुर्मू ने अपने ऊपर लगे सारे आरोपों का बेबुनियाद एवं निराधार बताया। कहा कि आरटीआई से पूर्वी सिंहभूम के दिनेश महतो ने मेरे पंचायत के जिन 26 योजनाओं पर अवैध निकासी की बात बताई है। उसमें से सिर्फ दो ही योजना नायासाई और बोंगा डान्डु गांव में प्राथमिक विद्यालय में हैंडवाश लगाया गया है। दो ही योजनाओं का राशि निकासी हुई है। बाकी वैसे योजनाओं पर काम हुआ ही नहीं तो निकासी की बात कहां से होगी। बिना एमबी के कैसे निकासी हो सकती है। बिना काम के कैसे जेई एमबी बनायेगा, यह सोचने वाली बात है। मैंने पूरी ईमानदारी के साथ काम किया है। इससे आज जनता को जवाब दे पा रही हूं। गलत किया होता तो कुछ जवाब नहीं दे पाती। मेरे खिलाफ बेबुनियाद आरोप मढ़ कर साजिश के तहत मीडिया में दुष्प्रचार किया जा रहा है। मैं निष्पक्ष जांच की मांग करती हूं। दूध का दूध पानी का पानी हो जाएगा।


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