पुलिस की गिरफ्त से दूर हैं ड्रग्स माफिया, नेटवर्क तोड़ने में नहीं मिल रही कामयाबी
जागरण संवाददाता जमशेदपुर सरायकेला-खरसावां के आदित्यपुर
पुलिस की गिरफ्त से दूर हैं ड्रग्स माफिया, नेटवर्क तोड़ने में नहीं मिल रही कामयाबी
जागरण संवाददाता, जमशेदपुर : सरायकेला-खरसावां के आदित्यपुर से जमशेदपुर तक ड्रग्स तस्कर युवा पीढ़ी को अपना शिकार बना रहे हैं ड्रग्स तस्करों ने क्षेत्र में अपनी मजबूत पैठ बना ली है। पुलिस नशेड़ी व पुड़िया बेचने वालों को पकड़कर अपनी पीठ थपथपाती है। नशे के सौदागरों तक पुलिस के हाथ नहीं पहुंच पाते है। आदित्यपुर थाना क्षेत्र का इलाका नशे के सौदागरों के लिए हमेशा से महफूज रहा है। ड्रग्स माफिया पुलिस की चंगुल से दूर हैं। तस्करों का नेटवर्क तोड़ने में पुलिस कामयाब नहीं हो पा रही है। इसकी कुछ तो वजह होगी। यदि ऐसा नहीं हैं तो पुलिसिया शह के बिना यह धंधा संचालित कैसे हो रहा है। लंबे अर्से से इलाके में ड्रग्स का धंधा यूं ही नहीं चल रहा है। मादक पदार्थों के साथ जिन आरोपितों की गिरफ्तारी होती है, वे सप्लायर या खुद इन मादक पदार्थों का सेवन करने वाले नशेड़ी होते हैं। जो सप्लायर पुलिस के हाथ लगते हैं, वे छोटे सप्लायर हैं। पुलिस इनसे पूछताछ कर यह जानना का प्रयास नहीं करती है कि उन्हें यह माल किसने उपलब्ध कराई, कहां से लाया गया, इलाके में इसकी आपूर्ति कैसे होती हैं, कौन-कौन लोग इस धंधे में शामिल हैं, कितने में माल आता है और कितने में बिक्री की जाती है? फिलहाल आदित्यपुर में ड्रग्स के कारोबार का काला सच किसी से छिपा नहीं है। नशे के कारोबार की सरगना डाली परवीन की गिरफ्तारी के बाद भी ड्रग्स का धंधा तेजी से बढ़ा है। धंधे से जुड़े लोग युवाओं के जीवन में जहर घोल रहे हैं। ड्रग्स को लेकर यह इलाका सुर्खियों में है। अब इस क्षेत्र के लोगों को कार्रवाई का इंतजार है।