बंद विद्यालयों को फिर शुरू करे सरकार: संघ
जिला समाहरणालय परिसर में रसोईया-संयोजिका संघ की ्महिलाओं ने धरना दिया।
जागरण संवाददाता, सरायकेला : जिला समाहरणालय परिसर में रसोईया-संयोजिका संघ की अध्यक्ष प्रमिला देवी के नेतृत्व में विलय किए गए विद्यालयों को दुबारा शुरू करने की मांग की गई। रसोईया व संयोजिका एवं बच्चों की समस्याओं को लेकर जिले की रसोई माता एवं संयोजिकाओं ने धरना-प्रदर्शन कर उपायुक्त को ज्ञापन सौंपा।
संघ के संयोजक विशु हेम्ब्रम ने धरना-प्रदर्शन को संबोधित करते हुए कहा कि बंद विद्यालयों में रसोइया 20 साल से ईमानदारी पूर्वक काम कर रही थी। अचानक विद्यालय बंद हो जाने से रसोई माता एवं संयोजिका बेरोजगार हो गई हैं। दाने-दाने का मुहताज हो गई हैं। बच्चों की परवरिश एवं पढ़ाई-लिखाई बंद हो गई है।
विशु हेम्ब्रम ने कहा कि दूरी के कारण बच्चे विलय विद्यालय नहीं जा रहे हैं। उनका भविष्य अंधकार की ओर जा रहा है। उन्होंने कहा कि सरकार विलय किए गए विद्यालयों को फिर से चालू करते हुए रसोई माता एवं संयोजिकाओं की समस्याओं का समाधान करें। संघ ने उपायुक्त को ज्ञापन देते हुए बंद विद्यालयों को दुबारा चालू कराने की मांग की। इसके अलावे संघ ने मांग की है कि रसोईया एवं संयोजिका को विलय किए गए विद्यालय में समायोजन किया जाए। आंगनबाड़ी सेविका, सहायिका एवं स्वस्थ्य सहिया की तरह रसोईया का भी मानदेय बढ़ाया जाए। रसोईया का मानदेय पंद्रह सौ से बढ़ाकर अठारह हजार किए जाएं। रसोइया की तर्ज पर संयोजिका को भी मानदेय दिए जाएं। रसोईया एवं संयोजिका का ड्रेस कोड लागू करते हुए वस्त्र दिए जाएं। रसोईया एवं संयोजिका का पांच लाख रुपये का बीमा कराया जाए। बकाया मानदेय का शीघ्र भुगतान किया जाए। गुणवत्तापूर्ण पौष्टिक आहार देने में विफल सेंट्रल किचन बंद किए जाएं। रसोइया एवं संयोजिकाओं की नियुक्ति बंद की जाए। संघ ने उपायुक्त से मांगों पर गंभीरतापूर्वक विचार करते हुए समाधान करने का अनुरोध करते हुए कहा कि मांगों पर विचार नहीं किया गया तो संघ की जिला इकाई चरणबद्ध आंदोलन करेगी। धरना प्रदर्शन में देवेंद्र नाथ चांपिया, हिकिम चंद्र महतो, सन्नी ¨सकु, छोटराय किस्कु, देबु चटर्जी, राहुल आदिल, लीला नाग, राधामोहन बनर्जी, बेलमती सिजुई, पूजा सरदार, मंदा महतो, गीतांजली मार्डी, कपरा मार्डी समेत काफी संख्या में रसोईया व संयोजिका उपस्थित थीं।