सरायकेला के कुचाई में लगी सीएम की जन चौपाल, रघुवर ने युवाओं की खास सलाह
सरायकेला-खरसावां जिले के कुचाई में सीएम रघुवर दास की जन चौपाल लगी। यहां उन्होंने युवाओं को खास सलाह दी। लोगों की समस्याएं सुनीं और उसका समाधान किया।
कुचाई (सरायकेला-खरसावां), जेएनएन। मुख्यमंत्री रघुवर दास की गुरुवार को सरायकेला खरसावां जिले के कुचाई स्थित बिरसा स्टेडियम में जन चौपाल लगी। जन चौपाल में काफी संख्या में लोग पहुंचे थे। मुख्यमंत्री ने लोगों की समस्याएं सुनी और उसका तत्काल समाधान कराया।
अपने संबोधन में मुख्यमंत्री ने कहा कि डबल इंजन की सरकार में झारखंड प्रगति के पथ पर तेजी से बढ़ चुका है। झारखंड और झारखंडियों सूरत बदलने के राज्य औरकेंद्र की सरकार मिलकर काम कर रही है। युवाओं से कहा कि कुछ लोगों के कारण हमारे झारखंड के नौजवान गलत रास्ते पर चले गए। इससे उनका भला नहीं हुआ। अब समय बदल गया। सही रास्ते पर चलकर खुश हाल जिंदगी जीने में ही समझदारी है। हम मिलजुल कर गरीबी को समाप्त करने के लिए काम करें।
गरीब मछुआरों के लिए सरकार बना रही घर
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार का ध्यान हर तबके की बेहतरी पर है। गरीब मछुआरा का परिवार के लिए वेदब्यास आवास योजना के तहत घर बनाया जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी तय किया है कि भारत में कोई गरीब घर विहीन न रहे। हर गांव कैसे समृद् हो और गांवों में क्या मूलभूत सुविधाएं हों इसके लिए सरकार ने हर गांव की समिति को पांच लाख रुपये दिए हैं। महिला सशक्तीकरण के लिए महिला का समिति का अध्यक्ष बनाया गया है।
अब काम की तलाश में बाहर नहीं जाएंगी झारखंड की बेटियां
रघुवर दास ने कहा कि नारी शक्ति ही झारखंड को आगे ले जाएगी क्योंकि महिलाओं में सहनशीलता है, दुख झेलने की क्षमता है और परिवार को लेकर चलने की शक्ति है। हर प्रखंड में रेडी टू ईट बनाने का काम हमारी महिला शक्ति करेंगी। कहा कि हमारी बच्चियां-बच्चे 7000- 8000 रुपए के रोजगार के लिए पलायन करते हैं । पलायन करने के बाद आप समाचार पत्रों में पढ़ते होंगे कि हमारी बेटियों के साथ तो आर्थिक शोषण होता ही है शारीरिक शोषण भी होता है। हमारी बेटियों को नौकरी के नाम पर ले जाकर दूसरे जगह बेच दिया जाता था।लेकिन अब हमारी बेटियां बाहर नहीं जाएंगी। बेटियों को यही रोजगार मिलेगा।
कुचाई में जन चौपाल में पहुंचे ग्रामीण।
नक्सल प्रभावित इलाका है कुचाई
ससे पूर्व मुख्यमंत्री हेलीकॉप्टर से कुचाई स्कूल मैदान पहुंचे। यहां गार्ड ऑफ ऑनर के बाद सीधे बिरसा स्टेडियम गए। सुरक्षा का पुख्ता इंतजाम किए गए थे। गांव-गांव से लोग यहां अपनी समस्याएं लेकर पहुंचें। कुचाई नक्सल प्रभावित इलाका है।