कर्म की श्रेष्ठता व सफलता का आधार है कर्मयोग : अंजू दीदी
स्थानीय धर्मशाला में प्रजापति ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय की जमशेदपुर शाखा द्वारा आयोजित पांच दिवसीय श्रीमद् भागवत गीता का अध्यात्मिक रहस्य एवं राजयोग शिविर के तीसरे दिन बुधवार को मुख्य वक्ता अंजू दीदी ने श्रीमद् भगवद गीता के अध्यात्मिक रहस्य को स्पष्ट करते हुए प्रवचन दिया।
जागरण संवाददाता, सरायकेला: स्थानीय धर्मशाला में प्रजापति ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय की जमशेदपुर शाखा द्वारा आयोजित पांच दिवसीय श्रीमद् भागवत गीता का अध्यात्मिक रहस्य एवं राजयोग शिविर के तीसरे दिन बुधवार को मुख्य वक्ता अंजू दीदी ने श्रीमद् भगवद गीता के अध्यात्मिक रहस्य को स्पष्ट करते हुए प्रवचन दिया। अंजू दीदी ने बताया कि कर्म की श्रेष्ठता एवं सफलता का आधार कर्मयोग है जिससे जीवन के कर्मों की कुशलता आती है। इसके विपरित कर्म एवं आचरण ही हमारे जीवन में दुख का कारण है। उन्होंने बताया कि विश्व परिवर्तन की दौड़ में ऐसी विकट परिस्थिति आएगी और अपने आपका परिवर्तन नहीं किया, संभव नहीं रखा तो मन तनाव से ग्रसित रहेगा। अवसर जब जीवन में आता है तो ढका रहता है, दिखता नहीं है। जो भी जीवन में घटनाएं घट रही है उसे उसे समझाने का अभ्यास कर लें, जीवन में सदा खुशी बरकरार रहेगी। कार्यक्रम में चैंबर ऑफ कॉमर्स के जिला अध्यक्ष प्रदीप कुमार चौधरी, राजू अग्रवाल, ललित कुमार चौधरी समेत नगर के कई प्रबुद्ध नागरिक एवं श्रद्धालु उपस्थित थे।