भारत में प्राचीन काल से ही धनुर्विद्या की रही परंपरा : चंदन
संसू, सरायकेला : दुगनी स्थित तीरंदाजी अकादमी मैदान में तीन दिवसीय राज्य स्तरीय नेशनल स्कूल गेम्स (बालक-बालिकाओं) तीरंदाजी प्रतियोगिता सोमवार को शुरू हुई। जिसका उद्घाटन पुलिस अधीक्षक चंदन कुमार सिन्हा व विशिष्ट अतिथि उप विकास आयुक्त ने लक्ष्य भेद कर किया।
संसू, सरायकेला : दुगनी स्थित तीरंदाजी अकादमी मैदान में तीन दिवसीय राज्य स्तरीय नेशनल स्कूल गेम्स (बालक-बालिकाओं) तीरंदाजी प्रतियोगिता सोमवार को शुरू हुई। जिसका उद्घाटन पुलिस अधीक्षक चंदन कुमार सिन्हा व विशिष्ट अतिथि उप विकास आयुक्त ने लक्ष्य भेद कर किया। इससे पूर्व उन्होंने खिलाड़ियों से परिचय प्राप्त कर उनकी हौसला अफजाई की। वहीं चंदन सिन्हा ने कहा कि प्राचीनकाल से ही भारत में धनुर्विद्या की परंपरा रही है। इसका भारत गुरु रहा है। रामायण के राम व लक्ष्मण तथा महाभारत के अर्जुन, कर्ण एवं एकलव्य धनुष विद्या में निपुण थे। स्वयंबर में भी तीरंदाजी स्पर्धा में अर्जुन ने घूमते चक्र में मछली पर निशाना साध कर द्रौपदी को पत्नी के रूप में प्राप्त किया था। तीरंदाज में सत्ता पलटने की शक्ति है। भगवान रामचंद्र ने धनुष विद्या से ही लंका को जलाकर रावण का वध किया था। पांडव ने भाला तलवार से नहीं बल्कि धनुष विद्या से ही महाभारत का युद्ध जीता था। प्राचीनकाल में भी तीरंदाजी में उच्च तकनीक रही होगी जिसके द्वारा शब्दभेदी बाण चलाए जाते थे। इस मौके पर उन्होंने प्रतिभागियों को शुभ कामना देते हुए राम-लक्ष्मण से प्रेरणा लेकर अर्जुन जैसा तीरंदाज बनने का आह्वान किया।
उप विकास आयुक्त ने कहा कि यहां प्रतिभागियों के लिए हर तरह की सुविधा उपलब्ध है ताकि उन्हें किसी तरह की परेशानी न हो। उन्होंने सभी को शुभकामना देते हुए खेल की भावना से खेलने को कहा। जिला खेल पदाधिकारी बाल किशोर महतो ने कहा कि 64 वीं राष्ट्रीय विद्यालय खेलकूद तीरंदाजी प्रतियोगिता में भाग लेने के पूर्व झारखंड राज्य स्तरीय विद्यालय (एसजीएफटी) तीरंदाजी खेलकूद प्रतियोगिता का आयोजन खेलकूद एवं युवा कार्य निदेशालय झारखंड सरकार एवं जिला प्रशासन के संयुक्त तत्वावधान में तीरंदाजी अकादमी के प्रशिक्षण मैदान में 29 से 31 अक्टूबर तक प्रतियोगिता का अयोजन किया गया है। जिसमें अंडर 14, 17 व 19 वर्ष बालक व बालिका वर्ग के बीच इंडियन, रिकर्व एवं कांपाउंड राउंड की प्रतियोगिताएं होगी।
प्रतियोगिता में मेजबान सरायकेला-खरसावां, पूर्वी ¨सहभूम, पश्चिमी ¨सहभूम, रांची, खूंटी, दुमका, गढ़वा, धनबाद, बोकारो, हजारीबाग, रामगढ़, कोडरमा, चतरा व लोहरदागा समेत कुल पंद्रह जिले के 380 तीरंदाज भाग ले रहे हैं। उद्घाटन समारोह का संचालन डीएसए के सचिव मो दिलदार ने किया। इस मौके पर टीडीए के परियोजना निदेशक अरुण वाल्टर सांगा, डीआरडीए निदेश अनिता सहाय तथा तीरंदाजी अकादमी के प्रशिक्षक वीएस राव व हरेंद्र कुमार समेत विभिन्न जिले के राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय कोच एवं काफी संख्या में खिलाड़ी उपस्थित थे।
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तीरंदाजी प्रतियोगिता का परिणाम रैंक नाम जिला
50 मीटर अंडर 19 बालक वर्ग
प्रथम मनोज मुर्मु दुमका
द्वितीय दिनेश मुम्रु दुमका
तृतीय जगन्नाथ गगराई प सिहंभम
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30 मीटर अंडर 19 बालक वर्ग
प्रथम दिनेश मुर्मू दुमका
द्वितीय त्रिभुवन मुंडिया प सिहंभूम
तृतीय हरिचरण तियु लोहरदागा
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ओवर ऑल ओलंपिक राउंड अंडर 19 बालक वर्ग
प्रथम दिनेश मुर्मु दुमका
द्वितीय त्रिभुवन मुंडा प सिहंभूम
तृतीय हरिचरण तियू लोहरदगा
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अंडर 19 बालिका वर्ग 50 मीटर
प्रथम दिप्ती कुमारी रांची
द्वितीय अंजली गोंड प सिहंभूम
तृतीय ¨रकी बारिक एसकेडी
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अंडर 19 बालिका वर्ग तीस मीटर
प्रथम दिप्ती कुमारी रांची
द्वितीय अंजली गोंड प ¨सहभूम
तृतीय मोनिका कुमारी खुंटी
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ओवर ऑल अंडर 19 बालिका वर्ग
प्रथम दिप्ती कुमारी रांची
द्वितीय अंजली गोंड प ¨सहभूम
तृतीय ¨रकी बारिक एसकेडी
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