मेयर को जानकारी नहीं, शुरू हो गया काम
संवाद सूत्र, आदित्यपुर : नगर निगम क्षेत्र के हरेक व्यक्ति को शुद्ध पेयजल मुहैय्या कराने के लिए 355 क
संवाद सूत्र, आदित्यपुर : नगर निगम क्षेत्र के हरेक व्यक्ति को शुद्ध पेयजल मुहैय्या कराने के लिए 355 करोड़ रुपये की पेयजलापूर्ति योजना का काम मेयर और निगम के पदाधिकारियों की जानकारी के बगैर शुरू हो गया। जब मेयर को ठेका कंपनी, एल एंड टी के प्रतिनिधियों ने काम शुरू करने की जानकारी दी तो पूछा, योजना का शिलान्यास तो हुआ नहीं, कैसे काम हो रहा है। तत्काल रोको, पहले शिलान्यास करो, फिर काम होगा।
दरअसल मेयर ने 30 जनवरी को नगर निगम कार्यालय में योजनाओं से जुड़ी ठेका कंपनियों, कंसल्टेंट और अधिकारियों के साथ योजनाओं की समीक्षा कर रहे थे। बैठक में कंपनी द्वारा काम शुरू करने की जानकारी दिए जाने पर उन्होंने आपत्ति दर्ज की। इस बात की जानकारी गुरुवार को मेयर बिनोद श्रीवास्तव ने मीडिया कांफ्रेंस कर दिया। उन्होंने कहा कि इस महत्वाकाक्षी व बड़ी पेयजलापूर्ति योजना का ठेका कंपनी ने स्थानीय पार्षदों के हस्ताक्षर पर ही शुरू कर दिया। ठेका कंपनी व कंसल्टेंट कंपनी निगम से कोई जानकारी साझा नहीं कर रही थी। ऐसे में काम रोकने के अलावा कोई विकल्प नहीं था। दो सप्ताह पहले देनी होगी सूचना : मेयर ने कहा कि पार्षदों को जानकारी दिए बगैर काम शुरू हो जाता है। कंपनी किसी भी वार्ड में काम शुरू करने के दो सप्ताह पूर्व इसकी पार्षद और निगम को सूचना देगी। साथ ही कंपनी के स्थानीय प्रतिनियुक्त पदाधिकारी की अनुपस्थिति विवरणी आदित्यपुर नगर निगम से प्राप्त करना अनिवार्य होगा। योजना एक नजर में
लागत राशि : 355 करोड़ 49 लाख रुपये
ठेका कंपनी : एल एंड टी कंपनी
कार्य :
- 35 वार्डो में 484 किलोमीटर पाइपलाइन बिछाई जाएगी
- 11 जगहों पर ओवर हेड पानी टंकी व दो जगहों पर वाटर ट्रीटमेंट प्लांट बनाया जाएगा।
- प्रतिदिन 60 मिलियन लीटर पानी की सप्लाई होगी। एक साल में बिछी सिर्फ आठ किलोमीटर सीवरेज लाइन
संवाद सूत्र, आदित्यपुर : साठ साल पुरानी आवासीय कॉलोनी की ध्वस्त हो चुकी सीवरेज लाइन के पुर्निर्माण का काम चल रहा है। 252 करोड़ की लागत वाली इस योजना को तीस महीने में पूरा होना है, लेकिन एक साल में सिर्फ आठ किलोमीटर ही सीवरेज लाइन बिछी है। धीमी गति से चल रहे काम से नाराज मेयर ने ठेका कंपनी शापोरजी पालोनजी के प्रतिनिधियों को कसना शुरू कर दिया है। अब एक निश्चित समयावधि में कंपनी निगम को प्रगति रिपोर्ट सौंपेगी। साथ ही कार्यस्थल वाले वार्ड के पार्षद को पूरी जानकारी देंगे। यह निर्णय बुधवार को निगम कार्यालय में हुई समीक्षा में लिया गया।
समीक्षा बैठक की जानकारी देते हुए मेयर बिनोद श्रीवास्तव ने बताया कि ठेका कंपनी शापोरजी पालोनजी और कंसल्टेंट जुडको के अधिकारी बार-बार जानकारी मांगे जाने के बावजूद कार्य प्रगति की जानकारी नहीं दे रहे थे। योजनाओं की समीक्षा के दौरान धीमी गति से काम होने की जानकारी दी। उसके बाद निगम ने वार्ड के अनुसार कार्य प्रगति की रिपोर्ट मागी है।