महिलाएं जला रही स्वरोजगार की मशाल
कल तक जो महिलाएं बेकार घूम रही थी वह अब प्रति माह हजारों रुपये की कमाई कर रही है। झारखंड स्टेट लाइवलीहूड प्रमोशनल सोसाइटी की ओर से आदिम जन जाति के परिवारों को प्रतिमाह दिए जाने वाले 35 किलो चावल की पैंकिग करने के लिए उन्हें लगाया गया है। महिलाओं ने सोनाजारी आजीविका सखी महिला ग्राम संगठन बनाया और उन्हें यह काम मिल गया है। इस ग्राम संगठन में 14 महिलाओं का समूह लगा है। अध्यक्ष का नाम नंदिनी कुमारी एवं सचिव सिम्पी देवी है। महिलाएं बरहेट प्रखंड में चावल की पैंकिग का काम करती हैं और इसके बाद गांवों में परिवारों को पहुंचाने का काम किया जाता है। साहिबगंज जिले में आदिवासी महिलाएं स्वरोजगार की मशाल जला रही हैं।
साहिबगंज: कल तक जो महिलाएं बेकार घूम रही थी वह अब प्रति माह हजारों रुपये की कमाई कर रही है। झारखंड स्टेट लाइवलीहूड प्रमोशनल सोसाइटी की ओर से आदिम जन जाति के परिवारों को प्रतिमाह दिए जाने वाले 35 किलो चावल की पैंकिग काम उन्हें मिला है। महिलाओं ने सोनाजारी आजीविका सखी महिला ग्राम संगठन बनाया और उन्हें यह काम मिल गया है। इस ग्राम संगठन में 14 महिलाओं का समूह है। अध्यक्ष नंदिनी कुमारी एवं सचिव सिम्पी देवी है। महिलाएं बरहेट प्रखंड में चावल की पैंकिग का काम करती हैं।
इसके बाद गांवों में परिवारों को पहुंचाने का काम किया जाता है। साहिबगंज जिले में आदिवासी महिलाएं स्वरोजगार की मशाल जला रही हैं। बरहेट प्रखंड के तलबड़िया गांव में भी ग्राम संगठन बनाकर महिलाएं पीटीजी के चावल की आपूर्ति के लिए बोरा तैयार कर रही हैं। इससे महिलाएं स्वावलंबी हुई हैं। दूसरी ओर खैरवा आजीविका सखी मंडल की महिलाएं रेडी टु ईट बनाकर गांवों में आपूर्ति कर रही हैं। ग्रामीण महिलाओं अंजु देवी, मंजू देवी, मीना देवी, आशा देवी ने बताया कि अब गांव में अपने परिवार के संचालन में वे अहम भूमिका निभा रही है। उनके पैसे से परिवार खुशहाल हो रहा है।
पिछले साल ग्रामीण विकास विभाग के निर्देश पर बरहड़वा प्रखंड के बरहड़वा हाई स्कूल मैदान एवं पतना डाक बंगला में, महादेवगंज ग्रिड के निकट, राजमहल के बीएसएमयू कैंपस में, तालझारी प्रखंड के मिशन मैदान में, मंडरो प्रखंड के कौड़ी खुटौना स्कूल मैदान में, बरहेट प्रखंड के हाई स्कूल ग्राउंड में एवं उधवा प्रखंड के उत्तर सरफराजगंज पंचरयत भवन के पास और बोरियो प्रखंड के जीरुल ग्राउंड बोरियो बाजार में सखी संवाद का आयोजन भी किया गया है। जिसमें जन प्रतिनिधियों एवं अधिकारियों की मौजूदगी में ज्यादा से ज्यादा महिलाओं के लिए स्वरोजगार के सृजन पर जोर दिया जा चुका है। इसका परिणाम भी सामने आया है।
सकरीगली की एक महिला समूह जेएसएलपीएस की देखरेख में लाखों रुपये की कमाई कर रही है। 20 हजार से ज्यादा महिलाएं समूह के माध्यम से सशक्त बन रही हैं। नये साल में झारखंड राज्य लाइवलीहूड प्रमोशनल सोसाइटी ने हर गांव में समूह बनाने का लक्ष्य रखा है।
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कोट
साहिबगंज जिले के आदिवासी बहुल बरहेट प्रखंड में ग्राम संगठन एवं महिला सखी मंडल का गठन गांवों में किया गया है। गांव की महिलाओं को कई माध्यम से स्वरोजगार से जोड़ने का प्रयास चल रहा है। महिलाएं पीटीजी के परिवारों की आपूर्ति के लिए चावल के बोरे का पैकिग करने के अलावा अन्य कई कार्य कर रही है।
रंजीत कुमार मिश्र, बीपीएम, जेएसएलपीएस, बरहेट