तसर के क्षेत्र में संताल को बनाएंगे आत्मनिर्भर
संताल परगना के अग्र परियोजना केंद्र के कमांड क्षेत्र के रेशम कीट पालकों को वैज्ञानिक तरीके से तकनीकी रूप से निपुण किया जा रहा है।
संवाद सहयोगी, बोरियो (साहिबगंज) : अग्र परियोजना केंद्र तसर केंद्र डुमरिया में रेशम उत्पादकों को तसर कीटपालन के उन्नत तकनीक की जानकारी देने के लिए तीन दिवसीय पुनश्चर्या (गैर आवासीय) प्रशिक्षण का उद्घाटन सहायक उद्योग निदेशक (तसर) संताल परगना दुमका अरुण नारायण जायसवाल ने दीप जलाकर किया। अरुण नारायण जायसवाल ने कहा कि सरकार ने आदिवासी पहाड़िया कीट पालकों की जीवकोपार्जन के लिए कई कदम उठाए हैं। संताल परगना के अग्र परियोजना केंद्र के कमांड क्षेत्र के रेशम कीट पालकों को वैज्ञानिक तरीके से तकनीकी रूप से निपुण किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि बोरियो के जंगलों में अर्जुन, आसन एवं शॉल के वृक्ष प्रचुर मात्रा में उपलब्ध हैं। इसकी खेती कर कीट पालक आसानी से तसर उत्पादन कर 45 दिनों में 10-20 हजार रुपये की आमदनी कर अपने बच्चों के पढ़ाई-लिखाई, आवास एवं परिवहन के लिए वाहन खरीद सकते हैं। उन्होंने कहा कि तसर की खेती को बढ़ावा दिया जाएगा। इससे संताल परगना के सभी केंद्रों में प्रचार प्रसार किया जा रहा है। संताल परगना के किसानों को आत्मनिर्भर बनाए जाएगा। किसानों को ज्यादा से ज्यादा आमदनी हो किसान अपनी परिवार की जिम्मेवारी अपने आय दुगुनी इजाफा हो इसके लिए संताल परगना के सभी अग्र परियोजना पदाधिकारी को प्रचार प्रसार करने एवं किसानों को प्रशिक्षित करने का निर्देश दिया है ढ्ढ मौके पर अग्र परियोजना पदाधिकारी शंभू नाथ झा, गुड्डू गोस्वामी आदि थे।