शिबू सोरेन जनजातीय कॉलेज के अनुदान की होगी जांच
समाहरणालय के झारनेट कक्ष में बुधवार को मुख्यमंत्री सीधी बात कार्यक्रम के तहत सूबे के सीएम रघुवर दास एवं प्रधान सचिव सुनील कुमार बर्णवाल ने जिले के अधिकारियों के साथ वीडियो संवाद के माध्यम से शिकायतों का जायजा लिया। साहिबगंज जिले के शिबू सोरेन जन जातीय कॉलेज को अनुदान मिलने संबंधी शिकायत पर ऊपर से ही इसकी जांच कराने की बात सीएम ने कही। समाहरणालय के झारनेट कक्ष में इस अवसर पर जिले के उपायुक्त संदीप ¨सह, एसपी हृदीप पी. जर्नादनन, डीडीसी नैंसी सहाय, अपर समाहर्ता सह नोडल पदाधिकारी अनमोल कुमार ¨सह, डीएसपी ललन प्रसाद, कार्यपालक अभियंता विद्युत प्रदीप कुमार झा, पीएचईडी विजय कुमार एडविन, जिला खनन पदाधिकारी विभूति कुमार, डीईओ अजुन प्रसाद, डीएसई प्रमोद कुमार, सहायक निदेशक समाजिक सुरक्षा
जागरण संवाददाता, साहिबगंज: समाहरणालय के झारनेट कक्ष में बुधवार को मुख्यमंत्री सीधी बात कार्यक्रम के तहत सूबे के सीएम रघुवर दास एवं प्रधान सचिव सुनील कुमार बर्णवाल ने जिले के अधिकारियों के साथ वीडियो संवाद के माध्यम से शिकायतों का जायजा लिया। साहिबगंज जिले के शिबू सोरेन जनजातीय कॉलेज को अनुदान मिलने संबंधी शिकायत पर इसकी जांच कराने की बात सीएम ने कही।
समाहरणालय के झारनेट कक्ष में इस अवसर पर जिले के उपायुक्त संदीप ¨सह, एसपी हृदीप पी. जर्नादनन, डीडीसी नैंसी सहाय, अपर समाहर्ता सह नोडल पदाधिकारी अनमोल कुमार ¨सह, डीएसपी ललन प्रसाद, कार्यपालक अभियंता विद्युत प्रदीप कुमार झा, पीएचईडी विजय कुमार एडविन, जिला खनन पदाधिकारी विभूति कुमार, डीईओ अजुन प्रसाद, डीएसई प्रमोद कुमार, सहायक निदेशक समाजिक सुरक्षा ललन कुमार सहित जनसंवाद कोषांग के नीरज झा, गंधर्व पंडित एवं मो. अमजद अंसारी आदि मौजूद थे। इसके अलावा मुख्यमंत्री सीधी बात के लिए विभिन्न विभागों की 40 जन शिकायतें जिले को पहले ही प्राप्त हो चुकी थी। जिस विभाग की शिकायत थी उसके अधिकारी भी सीधी बात के अवसर पर मौजूद रहें।
अपर समाहर्ता सह नोडल पदाधिकारी अनमोल कुमार ¨सह ने बताया कि वीडियो संवाद के दौरान जिले की कोई शिकायत नहीं उठी परंतु शिक्षा विभाग के डीईओ से संबंधित एक शिकायत उठी। जिसमें शिबू सोरेन जन जातीय कॉलेज को देय अनुदान की जांच कराने, एक ही भवन में इंटर एवं डिग्री कॉलेज के संचालन एवं एक ही शिक्षक द्वारा पढ़ाई कराने की शिकायत की गई है। शिकायत के जांच के क्रम में पाया गया कि एक ही भवन में इंटर व डिग्री दोनों कॉलेज चल रहा है। जबकि दो अनुदान अलग-अलग लिया जाता है। इसपर बताया गया कि राज्य के स्तर से इसकी जांच कराई जाएगी।