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झारखंड में एसबीआइ के खाताधारकों की रकम शेयर बाजार में लगाई, डूबी

fraud in SBI. स्टेट बैंक ऑफ इंडिया में दो करोड़ रुपये का गोलमाल किया गया।

By Sachin MishraEdited By: Published: Tue, 01 Jan 2019 02:16 PM (IST)Updated: Wed, 02 Jan 2019 01:45 PM (IST)
झारखंड में एसबीआइ के खाताधारकों की रकम शेयर बाजार में लगाई, डूबी
झारखंड में एसबीआइ के खाताधारकों की रकम शेयर बाजार में लगाई, डूबी

जागरण संवाददाता, साहिबगंज। स्टेट बैंक ऑफ इंडिया में दो करोड़ रुपये का गोलमाल किया गया। बैंक में भविष्य निधि लेखापाल के पद पर कार्यरत चंदन कुमार ने खाताधारकों के दो करोड़ रुपये शेयर बाजार में निवेश कर दिए थे। खाताधारक को इसकी जानकारी नहीं थी। गोलमाल पकड़ में आया तो शाखा प्रबंधक सत्यजीत चक्रवर्ती ने बैंक से अनुचित तरीके से राशि निकासी का आरोप लगाते हुए चंदन कुमार के खिलाफ नामजद प्राथमिकी दर्ज कराई है। चंदन कुमार को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। साहिबगंज मुख्य शाखा में योगदान देने को विरमित भी कर दिया गया है।

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कलिंगा होटल कॉम्प्लेक्स में संचालित स्टेट बैंक ऑफ इंडिया की पीबीबी शाखा के किस खाताधारक के खाते से कितनी राशि निकाली गई है, प्राथमिकी में इसका उल्लेख नहीं किया गया है। मगर शाखा प्रबंधन ने पुलिस को इशारा कर दिया है कि कुल रकम दो करोड़ रुपये होगी। भविष्य निधि लेखापाल ने खाताधारकों की रकम निकालने का स्वीकारोक्ति बयान भी दिया है। शाखा प्रबंधन ने पांच पन्ने में लिखा गया स्वीकारोक्ति बयान भी पुलिस को दिया है।

शेयर बाजार में फिर निवेश के लिए बैंक से मांगा 10 लाख लोन

स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के चंदन कुमार ने स्वीकारोक्ति बयान में कहा कि उसके पास जितनी अचल संपत्ति है, उसे बेच कर भी कुल राशि नहीं लौटा सकता। उसके पास आत्महत्या के सिवाय और कोई रास्ता नहीं है। एक उपाय है। बैंक उसे 10 लाख रुपये लोन दें तो फिर शेयर बाजार में लगाएगा। उससे कमाई कर सबकी रकम वापस कर देगा।

एफडी की राशि निकाली ताकि खाताधारक को पता न चले

चंदन कुमार ने स्वीकारोक्ति बयान में बताया है कि कि स्टेट बैंक में कई खाताधारकों ने फिक्स डिपाजिट (एफडी) कराया है। एफडी की रकम को खाताधारक हमेशा नहीं निकाल सकते। एफडी की राशि निकाली, ताकि खाताधारक को पता न चले। उसने एफडी में जमा रकम को शेयर बाजार में लगा दिया। उम्मीद थी कि शेयर बाजार में अधिक कमाई होगी तो एफडी की राशि जमा कर देगा और बाकी रकम खुद रख लेगा। मगर शेयर बाजार में रकम डूब गई। स्वीकारोक्ति बयान में चंदन कुमार ने कहा कि इस मामले में उसके परिजन, सहयोगी अथवा बैंक के किसी और कर्मचारी का कोई दोष नहीं है।

दो दिन पहले दो ग्राहकों को रकम नहीं मिली तो खुल गया राज

29 दिसंबर को दो खाताधारक अपनी रकम लेने गए तो गोलमाल उजागर हुआ। शाखा प्रबंधक सत्यजीत चक्रवर्ती ने बताया कि दोनों ग्राहकों ने उनसे शिकायत की कि एफडी के 10 लाख और ओडी के दो लाख रुपये का गबन हो गया है। प्रथम दृष्टया जांच में ही सच सामने आ गया। इसके बाद तत्काल इसकी सूचना स्टेट बैंक इंडिया के मुख्यालय को दी गई। क्षेत्रीय प्रबंधक ने बैंक में आकर सारे दस्तावेजों की खुद जांच की चंदन कुमार के गोलमाल पर प्राथमिकी दर्ज होने के बाद क्षेत्रीय प्रबंधक नवीन कुमार ने छह सदस्यीय दल के साथ आकर सारे दस्तावेजों की जांच की। जांच दल में दो अफसर देवघर के प्रशासनिक कार्यालय और चार अफसर पाकुड़ के क्षेत्रीय कार्यालय से आए थे। बैंक के कुछ कर्मचारियों ने बताया कि दो करोड़ के गोलमाल की बात सामने आई है। अकेले एक खाताधारक के 1.30 करोड़ रुपये निकाले गए हैं।

चंदन जहां भी रहे हैं, वहां के कामकाज की जांच होगी

चंदन कुमार ढाई साल से स्टेट बैंक की पीबीबी शाखा में पदस्थापित थे। 4 अप्रैल 2016 को उन्होंने योगदान दिया था। अब उनके पूरे कार्यकाल के कामकाज की जांच करने का फैसला लिया गया है। चंदन कुमार इससे पहले जिस शाखा में थे, वहां भी जांच होगी।

शाखा प्रबंधक की शिकायत पर प्राथमिकी दर्ज हो चुकी है। पुलिस ने अनुसंधान शुरू कर दिया है। अभी यह नहीं कह सकते कि कितने ग्राहकों के कितने रुपये का गोलमाल हुआ है। एचपी जर्नादनन, एसपी, साहिबगंजमैं इस मामले में कुछ भी कहने को अधिकृत नहीं हूं जैसे ही यह मसला उनके संज्ञान में आया, बैंक के आला अफसरों को सूचित कर दिया गया। प्राथमिकी भी दर्ज कराई गई है।

-सत्यजीत चक्रवर्ती, शाखा प्रबंधक, स्टेट बैंक ऑफ इंडिया।


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