उधवा के दो घरों में चोरी
राधानगर थाना क्षेत्र के जंगलपाड़ा गांव में अज्ञात चोरों ने एक ही रात दो घरों से हजारों रुपए की संपत्ति चोरी कर फरार हो गए। शतीरों ने पहले पीड़ित ललित कुमार सिंह के घर को निशाना बनाया। अपने मकसद में कामयाब हो जाने के बाद फिर दूसरे घर में अंजाम दिया। चोरों ने बड़ी चालाकी से बंद दोनों घरों से हजारों रुपया का संपत्ति लेकर चले गए लेकिन परिवार वालों को इसका भनक तक नहीं लगने दी। घटना के दूसरे दिन सोमवार कुमार ने राधानगर थाना में आवेदन देकर शिकायत दर्ज कराई हैं। पीड़ित परिवार वालों ने ब
संवाद सूत्र, उधवा (साहिबगंज) : राधानगर थाना क्षेत्र के जंगलपाड़ा गांव में रविवार की रात चोरों ने दो घरों को निशाना बनाया। चोर दोनों घरों से हजारों की संपत्ति ले गए। चोरों ने पहले ललित कुमार सिंह के घर को निशाना बनाया। अपने मकसद में कामयाब हो जाने के बाद फिर दूसरे घर को निशाना बनाया। चोरों ने बड़ी चालाकी से दोनों घरों को निशाना बनाया। हजारों रुपये की संपत्ति लेकर चले गए, लेकिन गृहस्वामियों को इसकी भनक तक नहीं लगी।
घटना के दूसरे दिन सोमवार को ललित कुमार सिंह ने राधानगर थाना में आवेदन देकर शिकायत दर्ज कराई। पीड़ित परिवार वालों ने बताया कि वे लोग रात में सोए हुए थे। सुबह देखा तो उनके कमरे से मोबाइल फोन तथा सात हजार रुपये गायब थे। उनको आशंका है कि घर के पीछे की दीवार फांदकर चोर अंदर आए होंगे।
सफलता मिलने पर अपराधियों का मनोबल और बढ़ गया और उसी गांव में श्रीनाथ मंडल के घर में भी चोरी की घटना को अंजाम दे डाला। बताया जाता है कि मंडल के पैंट में रखे लगभग 1500 रुपये लेकर फरार हो गए। उनलोगों ने बताया कि चोरों ने घर में रखे अलमीरा को खोलने की भी कोशिश की लेकिन कामयाबी नहीं मिली। पहले की वारदातों का भी नहीं हो सका खुलासा
विदित हो कि इससे पूर्व थाना क्षेत्र के नास घाट स्थित एक किराना व एक कपड़ा दुकान को चोरों ने निशाना बनाया था। इसके बाद 17 मार्च की देर रात थाना क्षेत्र के पियारपुर बाजार में संचालित एक ज्वेलरी दुकान का शटर काटकर चोरों ने लाखों के जेवरात उड़ा लिए थे। दोनों घटना की लिखित शिकायत भी उनलोगों ने राधानगर थाना में दर्ज कराई थी। उस मामले का अब तक खुलासा नहीं हो पाया है। इधर चोरों ने दो और घरों को निशाना बना लिया। ग्रामीणों की मानें तो राधानगर के सक्रिय शटर-कटर गिरोह बाहर इन दिनों अन्य जगहों पर घटना को अंजाम नहीं दे पाते हैं। इस वजह से अपनी जरूरतों की पूर्ति के लिए आसपास ही घटनाओं को अंजाम देने लगे हैं।