गंगा नदी के किनारे की मिट्टी काफी उपजाऊ
साहिबगंज मुख्यमंत्री कृषि आशीर्वाद योजना अंतर्गत जिले के किसानों को दूसरी किश्त की राशि वितरण के लिए बुधवार को टाउन हॉल में कार्यक्रम का आयोजन किया गया। यहां नवनियुक्त उपायुक्त वरुण रंजन ने कहा कि गंगा नदी के किनारे की मिट्टी बहुत उपजाऊ है। किसानों को आत्मनिर्भर बनाने का प्रयास जिला प्रशासन कर रहा है।
साहिबगंज : मुख्यमंत्री कृषि आशीर्वाद योजना अंतर्गत जिले के किसानों को दूसरी किश्त की राशि वितरण के लिए बुधवार को टाउन हॉल में कार्यक्रम का आयोजन किया गया। यहां नवनियुक्त उपायुक्त वरुण रंजन ने कहा कि गंगा नदी के किनारे की मिट्टी बहुत उपजाऊ है। किसानों को आत्मनिर्भर बनाने का प्रयास जिला प्रशासन कर रहा है। यह सरकार की फ्लैगशिप योजना है। इस अवसर पर डीडीसी मनोहर मरांडी, डीआरडीए निदेशक उत्कर्ष गुप्ता, राजमहल एसडीओ कर्ण सत्यार्थी, जिला कृषि पदाधिकारी उमेश तिर्की, प्रधान वैज्ञानिक केबीके डॉ. अमृत कुमार झा सहित अन्य विभागों के अधिकारी आत्मा के अजय कुमार पुरी व किसान मौजूद थे। उपायुक्त ने कहा कि पहले खेती करने के लिए किसान लोन लेकर कर्ज के चंगुल में फंसते थे परंतु अब ऐसा नहीं है। किसानों का दर्द समझते उन्हें प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री कृषि कार्य के लिए राशि दे रहे हैं। इस योजना के प्रभावी होने के बाद जिले में अब कोई भी जमीन खाली नहीं रहेगी। जिले के 37,299 किसानों के खाते में राशि डाली जा रही है। किसान धान की खेती के अलावा व्यवसायिक खेती करें। किसानों को अपना उत्पादन बढ़ाने के लिए अपने खेतों में नई फसल लगानी होगी। महिलाएं खेतों में काम करती हैं उन्हें भी खेती की नई तकनीक की जानकारी होनी चाहिए। सखी मंडल की महिलाएं बैठकर गांव की तरक्की को लेकर चर्चा करें।
उप विकास आयुक्त मनोहर मरांडी ने कहा कि जिले के किसानों की मुख्य आजीविका कृषि है। किसानों को मुख्यमंत्री कृषि आशीर्वाद योजना का लाभ लेने के बाद वैकल्पिक खेती के बारे में सोचना होगा। मनरेगा से भी आम की बागवानी लगाने का प्रयास किया जा रहा है। मुख्यमंत्री कृषि आशीर्वाद के राज्य के जिला के लिए नियुक्त नोडल पदाधिकारी अनिल कुमार सिन्हा ने बताया कि मुख्यमंत्री कृषि आशीर्वाद योजना की दूसरी किश्त की राशि का भुगतान किसानों को किया जा रहा है। 37641 किसानों को प्रथम किश्त की राशि का वितरण किया जा चुका है।