तोशक-बेडशीट उलब्ध कराने में टेंट हाउस ने खड़े किए हाथ
साहिबगंज जिले में प्रवासी मजदूरों की बढ़ती संख्या ने प्रशासन की परेशानी बढ़ा दी है। बाहर
साहिबगंज : जिले में प्रवासी मजदूरों की बढ़ती संख्या ने प्रशासन की परेशानी बढ़ा दी है। बाहर से आनेवाले मजदूरों को रखने व खाने की व्यवस्था करने में प्रशासनिक अधिकारियों के पसीने छूट रहे हैं। जिले के टेंट हाउसों ने क्वारंटाइन सेंटरों में तोशक, बेडशीट व पंखा उपलब्ध कराने में हाथ खड़े कर दिए हैं। शहरी क्षेत्रों में व्यवस्था हो जा रही है लेकिन ग्रामीण क्षेत्रों की स्थिति दयनीय है। भीषण गर्मी में प्रवासी मजदूर किसी तरह रह रहे हैं। इसी बीच प्रशासनिक अधिकारियों की अपील पर कुछ लोग क्वारंटाइन सेंटर में रह रहे लोगों की सहायता के लिए आगे आ रहे हैं। रविवार को राजमहल एसडीओ कर्ण सत्यार्थी की अपील पर समाजसेवी एमटी राजा ने 300 मजदूरों के लिए नाश्ता की व्यवस्था की। राजमहल के तीन क्वारंटाइन सेंटरों में जेनरेटर की भी व्यवस्था की है। गौरतलब हो कि जिले में हर रोज औसतन एक हजार प्रवासी मजदूर आ रहे हैं। इनमें से रेड जोन से आनेवालों को सरकारी क्वारंटाइन में भेजा जा रहा है। क्वारंटाइन सेंटरों में करीब तीन हजार से अधिक मजदूर रह रहे हैं। क्वारंटाइन सेंटरों की संख्या भी बढ़कर करीब 84 हो चुकी है।
जांच की रफ्तार धीमी होने से भी परेशानी : ट्रू नेट जांच मशीन लगने के बाद भी कोरोना की जांच में तेजी नहीं आ सकी है। अब भी पीएमसीएच धनबाद में पांच सौ से अधिक सैंपल जांच के लिए पड़े हुए हैं। रिपोर्ट न आने से जिन लोगों का सैंपल ले लिया गया है उन्हें क्वारंटाइन सेंटरों से नहीं छोड़ा जा रहा है। इस वजह से क्वारंटाइन सेंटरों में जगह कम हो रही है। हर रोज नए-नए क्वारंटाइन सेंटर बनाए जा रहे हैं। जिले में 1290 लोगों का सैंपल कोरोना की जांच के लिए लिया गया था। इनमें से 658 की ही रिपोर्ट अब तक आई है। 514 सैंपल की रिपोर्ट पीएमसीएच धनबाद में पेंडिग है। 13 मई को लिए गए कुछ सैंपल को धनबाद में रिजेक्ट कर दिया गया। इनलोगों की क्वारंटाइन अवधि 23 व 24 मई को ही पूरी हो गई। इसके बाद वे छोड़ने के लिए हंगामा करने लगे। ऐसी स्थिति में ट्रूनेट जांच मशीन से कुछ सैंपलों की जांच करने के बाद ऐसे लोगों को रविवार को क्वारंटाइन सेंटरों से छोड़ दिया गया।
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इलाके के टेंट हाउसों को क्वारंटाइन सेंटरों में तोशक व गद्दा उपलब्ध कराने को कहा गया था। प्रारंभ में लोगों ने उपलब्ध कराया लेकिन अब उनके पास तोशक व गद्दा नहीं है। इस वजह से परेशानी हो रही है। मजदूरों को अपने अपने घरों से बिछावन आदि लाने को कहा गया है।
राजेश एक्का, बीडीओ, उधवा
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1290 सैंपल यहां से जांच के लिए भेजा गया था। अब तक 658 की ही रिपोर्ट आई है। पीएमसीएच धनबाद में विभिन्न जिलों से सैंपल जा रहा है जिस वजह से वहां भी काम का दवाब है। जांच रिपोर्ट आने में विलंब हो रहा है। रिपोर्ट विलंब से आने से कुछ परेशानी तो जरूर हो रही है।
डॉ. डीएन सिंह, सिविल सर्जन, साहिबगंज