सोशल ऑडिट टीम ने खोला मनरेगा में अनियमितता का पिटारा
मनरेगा योजना के तहत पंचायत स्तरीय जनसुनवाई में शनिवार कोआतापुर, मसना, मोहनपुर, सुतियारपाड़ा, पश्चिमी उधवा तथा पश्चिमी उधवा दियारा पंचायत में सोशल ऑडिट टीम के सदस्यों मनरेगा योजना में व्यापक पैमाने पर अनियमितता को उजागर किया है।सोशल ऑडिट टीम के डीआरपी पंचम प्रसाद वर्मा ने बताया कि मसना पंचायत में शेड निर्माण की आधा दर्जन में फर्जी निकासी किया गया है।दो योजना में निर्माण कार्य शुरू किया गया है।बाकी चार योजना सहित सभी योजनाओं का निर्माण कार्य 24 दिसंबर को होने वाली प्रखंड स्तरीय जनसुनवाई तक पुरा करने का निर्देश ज्यूरी द्वारा दिया गया है।साथ ही 6 योजना में कनीय अभियंता को तीन हजार तथा पंचायत सेवक एवं रोजगार सेवक को 1
साहिबगंज: वित्तीय वर्ष 2017-18 के तहत विभिन्न पंचायतों में मनरेगा के तहत की गई योजनाओं को लेकर कई स्थानों पर शनिवार को पंचायतस्तरीय जन सुनवाई की गई। उधवा की कोआतापुर, मसना, मोहनपुर, सुतियारपाड़ा, पश्चिमी उधवा व पश्चिमी उधवा दियारा पंचायत में सोशल ऑडिट टीम के सदस्यों ने जनसुनवाई की। इस दौरान मनरेगा योजना में बड़े पैमाने पर अनियमितता को उजागर किया है। टीम के डीआरपी पंचम प्रसाद वर्मा ने बताया कि मसना पंचायत में आधा दर्जन शेड निर्माण में फर्जी निकासी की गई है। दो योजनों में निर्माण शुरू किया गया है, बाकी चार योजना सहित सभी योजनाओं का निर्माण 24 दिसंबर को होने वाली प्रखंडस्तरीय जनसुनवाई तक पुरा करने का निर्देश दिया गया है। साथ ही 6 योजना में कनीय अभियंता को तीन हजार तथा पंचायत सेवक व रोजगार सेवक को 1500 रुपये का जुर्माना लगाया गया है। मसना में अनियमितता की जांच बीआरपी चंदन कुमार राय तथा वीआरपी निशु साहा ने किया। पश्चिमी उधवा में बीआरपी अब्दुल काशिम ने बताया कि कूप निर्माण में 2.16 लाख की राशि खर्च किया गया है लेकिन एमबी नहीं मिला है। 51 से अधिक जॉबकार्ड में मजदूरों का कोई हाजिरी नहीं है। 7 रजिस्ट्रर में कोई अपडेट नहीं है। पश्चिमी उधवा दियारा पंचायत में सोशल ऑडिट टीम ने विभिन्न मामलों में 5,040 रुपये की रिकवरी की। ज्यूरी प्रियरंजन घोष ने मुखिया, रोजगार सेवक तथा जेई को 500-500 रुपये का जुर्माना लगाया।
मोहनपुर पंचायत में तत्कालीन पंचायत सचिव ने ग्रामसभा का उचित संधारण किए बिना ही 91 योजना के माध्यम से 51,84,778 रुपये का खर्च विभिन्न योजनाओं में किया है। ज्यूरी द्वारा कुल 7850 का जुर्माना तय किया गया। जिसमें पंचायत सचिव को 4700, कंप्यूटर ऑपरेटर को 100 तथा कनीय अभियन्ता को 3,050 का जुर्माना लगाया गया। मौके पर प्रखंड प्रमुख बसंती हांसदा, मुखिया फिलोमीना मरांडी, उपमुखिया ओमप्रकाश मंडल, बीसीओ विजय कुमार चौधरी, बाबूधन मुर्मू, विभा देवी, बीआरपी सोशल ऑडिट विक्रम कुमार वर्मा, वीआरपी नवीन कुमार साहा, हेमलता कुमारी आदि थे।
पतना के मोदीकोला पंचायत भवन परिसर में जनसुनवाई की गई। आमडंडा पंचायत, बड़ा दिगधी पंचायत, कटहलबाड़ी पंचायत, शिबापहाड़ पंचायत, लखीपुर पंचायत, तालझारी पंचायत व मोदीकोला पंचायत में संचालित मनरेगा योजनाओं को लेकर जनसुनवाई की गई। जिसमें मोदीकोला पंचायत के भीम हांसदा व धरमु मुर्मू की जमीन पर डोभा निर्माण में मास्टर रोल में मजदूर का टीप व हस्ताक्षर नहीं था। इस कारण रोजगार सेवक को 500 रुपये का जुर्माना लगाया गया। हाराधन मरांडी की जमीन पर डोभा निर्माण में अभिलेख पर कनीय अभियंता एवं सहायता अभियता का हस्ताक्षर नहीं रहने के कारण रोजगार सेवक को 200 रुपये का जुर्माना लगाया गया। वहीं बादल हांसदा की जमीन पर बकरी शेड निर्माण में मास्टर रोल में प्रखंड कार्यक्रम पदाधिकारी का हस्ताक्षर नहीं रहने के कारण 500 रुपये का जुर्माना लगाया गया। पांच मनरेगा योजना में बोर्ड नहीं रहने के कारण रोजगार सेवक को 150 रुपये का जुर्माना लगाया गया। मौके पर टीम के प्रयाग दास, संजू मरांडी, ग्राम प्रधान साईमन मरांडी, उपमुखिया महेश हांसदा आदि थे।
कोटालपोखर की मयुरकोला, पलासवोना, एवं श्रीकुंड पंचायत में जनसुनवाई आयोजित की गई। अंकेक्षण दल ने ग्रामीणों की शिकायत को ज्यूरी सदस्यों के समक्ष रखा। मौके पर प्रमुख मंडल मरांडी, तेलो पंचायत के एसएचजी ग्रुप की एलिजाबेथ किस्कू, मनरेगा मजदूर आस मोहम्मद, आंकेक्षण दल के बीआरपी जयप्रकाश दास आदि थे। वहीं खैरवा, मोतीपहाड़ी एवं पोआल पंचायत में भी जन सुनवाई हुई।
बोरियो प्रखंड के तेलो, खैरवा, मोतीपहाड़ी बड़ा एवं पुआल पंचायत में जनसुनवाई हुई। मोतीपहाड़ी पंचायत में अंकेक्षण दल के सदस्यों ने कहा कि अंकेक्षण के पंचायत कर्मियों द्वारा सामाजिक अंकेक्षण के पंचायत स्तरीय जनसुनवाई को लेकर निर्धारित तिथि से पूर्व प्रचार प्रसार नहीं कराया। अंकेक्षण दल को 38 योजना का अभिलेख नहीं मुहैया कराया गया। इस पर प्रति अभिलेख 10 रुपये करके जुर्माना लगाया। 187 एमआर मुहैया नहरीं कराये जाने पर सम्बन्धित कर्मियों पर प्रति एमआर 10 रुपये जुर्माना लगाया। मोतिपहाड़ी गांव का ग्रामसभा पंजी उपलब्ध नहीं कराये जाने पर 100 रुपये जुर्माना लगाया। मौके पर ेएसएस सुभाष दास, अनिता सोरेन, सुनील सोरेन, किशुन सोरेन, वरन, अंकेक्षण दल के बीआरपी पल्लवी कुमारी, पप्पू कुमार आदि थे।