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दिनभर हुई मशक्कत, गंगा से नहीं निकला हाइवा

जागरण संवाददाता, साहिबगंज : सकरीगली समधा में शनिवार रात को गंगा नदी में डूबे पत्थर लदे चार हाइवा को

By JagranEdited By: Published: Mon, 05 Nov 2018 08:04 PM (IST)Updated: Mon, 05 Nov 2018 08:04 PM (IST)
दिनभर हुई मशक्कत, गंगा से नहीं निकला हाइवा
दिनभर हुई मशक्कत, गंगा से नहीं निकला हाइवा

जागरण संवाददाता, साहिबगंज : सकरीगली समधा में शनिवार रात को गंगा नदी में डूबे पत्थर लदे चार हाइवा को सोमवार दिनभर मशक्कत करने के बाद भी नहीं तलाशा जा रहा। हादसे के दूसरे दिन राजमहल से पांच गोताखोरों को मंगवाया गया था, लेकिन काफी प्रयास के बाद भी गोताखोर गंगा में डूबे हाइवा का पता नहीं लगा सके। इधर फ्लो¨टग मालवाहक वोट पर पलटे चार हाइवा को काफी प्रयास के बाद क्रैन व पोकलेन मशीन की मदद से उठाया गया। दिनभर गंगा तट पर काफी संख्या में लोग भी मौजूद थे।

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क्या है मामला : साहिबगंज, सकरीगली व इसके आसपास के इलाकों में संचालित दर्जनों क्रशर मशीन से पत्थर चिप्स दस चकिया ट्रक और हाइवा में लोड करके झारखंड-बिहार अंतर्राज्यीय फेरी सेवा के तहत मालवाहक जहाजों पर लादकर बिहार के मनिहारी गंगा तट तक ले जाया जाता है। शनिवार की रात को वोट पर पत्थर चिप्स लदा आठ हाइवा लोड कर रखा गया था। हाइवा लदे वोट को इंजन वाले जहाज से जोड़ने के क्रम में वोट असंतुलित हो गया था और उसपर लदे आठ में से चार हाइवा गंगा में डूब गए, जबकि चार हाइवा वोट पर ही पलट कर रह गए थे। आशंका व्यक्त की गयी है कि गंगा में डूबने वाले हाइवा के भीतर चालक व खलासी भी सोये थे, जो हाइवा के साथ डूब गए। हालांकि कोई इसकी अधिकारिक पुष्टि नहीं कर रहा है। इधर हाइवा मालिक गोड्डा के राजद नेता संजय यादव ने कहा कि हाइवा खाली था। किसी भी हाइवा में चालक या खलासी नहीं था, जो लोग मालवाहक पर सवार थे वे हादसे के समय ही गंगा नदी से तैर कर सुरक्षित बाहर निकल गए थे।

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मालवाहक जहाज पर ढोया जाता है क्षमता से अधिक माल

बिहार-झारखंड अंतर्राज्यीय फेरी में उपयोग होने वाले मालवाहक जहाजों पर क्षमता से अधिक माल ढोया जा रहा है। मिली जानकारी के अनुसार एक मालवाहक जहाज में 250 से 300 टन माल ले जाने की क्षमता होती है। एक सामान्य हाइवा में 25 से 30 टन तक माल ढोने की क्षमता होती है, लेकिन सामान्य रुप से प्रत्येक हाइवा पर 35 से 40 टन तक पत्थर चिप्स लोड किया जाता है। इन इलाकों में कभी-कभार ही माइ¨नग चालान की जांच होती है। लगभग चार-पांच माह पूर्व जब चालान की जांच की गई थी तो जिला खनन पदाधिकारी ने ओवर लोड व बिना माइ¨नग चालान के आरोप में लगभग एक दर्जन हाइवा को जब्त किया था।

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क्या कहते हैं

जिला खनन पदाधिकारी

जिला खनन पदाधिकारी विभूति कुमार ने कहा कि वह जिला मुख्यालय से बाहर हैं। साहिबगंज पहुंचते ही वहां हाइवा की जांच करेंगे। यदि बिना माइ¨नग चालान का पाया गया तो कार्रवाई की जाएगी।

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क्या कहते हैं एसडीओ

एसडीओ अमित प्रकाश ने कहा कि गंगा में डूबे हाइवा को निकालने का प्रयास चल रहा है। इसे निकालने के बाद ही मामले में विस्तृत जांचकर कार्रवाई की जाएगी। मामले में दोषियों पर प्राथमिकी दर्ज कर कार्रवाई की जाएगी।


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