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मुखिया व पंचायत सेवक पर विभागीय कार्यवाही की अनुशंसा

राजमहल, (साहिबगंज) : जिले के मध्य नारायणपुर पंचायत में विकास हेतु चल रहे सभी कार्यों का अ

By JagranEdited By: Published: Fri, 20 Jul 2018 06:43 PM (IST)Updated: Fri, 20 Jul 2018 06:43 PM (IST)
मुखिया व पंचायत सेवक पर विभागीय कार्यवाही की अनुशंसा
मुखिया व पंचायत सेवक पर विभागीय कार्यवाही की अनुशंसा

राजमहल, (साहिबगंज) : जिले के मध्य नारायणपुर पंचायत में विकास हेतु चल रहे सभी कार्यों का औचक निरीक्षण किए जाने के बाद प्रखंड विकास पदाधिकारी अजय कुमार रजक ने मुखिया एव पंचायत सेवक को कर्तव्यहीनता के विरुद्ध विभागीय कार्यवाही की अनुशंसा की है। बीडीओ ने बताया कि भौतिक सत्यापन एवं निरीक्षण हेतु सात दलों का गठन किया गया था। जिसमें कर्मी शशि दुबे, फूल कुमार टोप्पो, को पीडीएस, विजय कुमार लाकड़ा, रोहित कुमार व चंदन कुमार को विद्यालय व मदरसा, दिवाकर मिश्रा, शोभा मुर्मू व मथुयुस मुर्मू को 14 वे वित्तीय, सुमित कुमार, प्रवीण कुमार व अंजनी कुमार को मनरेगा, प्रकाश कुमार, गिरधारी मंडल व मिथिलेश ¨सह को आंगनबाड़ी, बलराम मंडल, मोहम्मद जावेद अली को पंचायत कार्यालय, बोनीफेस बास्की, निर्मल कुमार, मनीष कुमार व मनीष कुशवाहा को ग्राम स्वराज अभियान के कार्यों की जांच के लिए शामिल किया गया था। भौतिक सत्यापन में पंचायत स्थित आंगनबाड़ी केंद्र संख्या 319/09 में घोर अनियमितता पाई गई। यह भी पाया गया कि बीते 15 फरवरी 2018 से उक्त केंद्र का निरीक्षण नहीं किया गया है। मामले में सीडीपीओ से कारण पृच्छा की मांग की बात कही गई। पंचायत भवन निरीक्षण के क्रम में वहां किसी भी प्रकार की पंजी नहीं पाई गई। लोगों व कर्मियों द्वारा मुखिया मो. निजामुद्दीन शेख के कभी भी पंचायत भवन नही आने की शिकायत की गई। पंचायत भवन की स्थिति भी दल के सदस्यों ने बदहाल पाया। कार्य के प्रति लापरवाही बरतने को लेकर मुखिया निजामुद्दीन शेख व पंचायत सेवक मो. अब्दुल खबीर के विरुद्ध कारणपृच्छा की मांग के साथ विभागीय कार्यवाही की अनुशंसा की बात कही गई। मनरेगा संचालित तीन योजनाओं में बोर्ड नही पाए जाने पर रोजगार सेवक व पंचायत सेवक को एक-एक हजार रूपये जुर्माना एवं बीपीओ व सहायक व कनीय अभियंता से कारणपृच्छा की मांग की गई। बीडीओ ने बताया की उक्त पंचायत में 14 वें वित्त की राशि का भी जमकर दुरुपयोग किया गया है। बीडीओ ने फुलवरिया स्थित उमवि में बच्चों की कम उपस्थिति पर पाया कि जहां उक्त विद्यालय में नामांकित विद्यार्थियों की संख्या 1200 बताई गई। वहीं उपस्थिति पंजी के मुताबिक विद्यार्थियों की संख्या 391 तथा विद्यालय में उस दौरान विद्यार्थियों की संख्या मात्र 110 पाया गया। बीडीओ ने कहा कि इस संदर्भ में बीईईओ से कारणपृच्छा की मांग की जाएगी।

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