आदिवासियों को फुसलाना बंद करे भाजपा
भादुडीह गांव के फुलबंगा पंचायत के ग्रामीणों ने बीजेपी के द्वारा चलाए जा रहे जाहेर स्थान की मिट्टी उठाने कार्यक्रम का विरोध दर्ज किया। बीजेपी की ओर से दिए गए धोती गमदा को आक्रोशित ग्रामीणों ने आग में जला दिया। आदिवासी रीति से ढोल-नंगाड़ा बजाकर झारखंड सरकार के द्वारा जाहेर स्थान की मिट्टी कार्यक्रम का ग्राम के प्रधान नादकी कुडम नारकी एवं सोलह अन्ना ग्रामीणों ने विरोध किया।
साहिबगंज : बरहेट प्रखंड के फूलभंगा पंचायत के भादूडीह गांव के ग्रामीणों ने सोमवार को भाजपा की ओर से प्रदेशभर में चलाए जा रहे जाहेर स्थान की मिट्टी उठाव कार्यक्रम का विरोध कर दिया है। भाजपा कार्यकर्ताओं की ओर से मिली धोती-गमछा को भी ग्रामीणों ने जला दिया। भाजपा की ओर से आदिवासी रीति से ढोल-नगाड़ा बजाकर जाहेर स्थान की मिट्टी उठाने का ग्राम के प्रधान प्रधान हांसदा, नाइकी खुदु हांसदा, कुड़म नाइकी दखीन टुडू सहित अन्य ग्रामीणों ने विरोध किया। ग्राम प्रधान ने कहा कि भाजपाइयों को पवित्र स्थल से मिट्टी उठाने नहीं दिया जाएगा। भाजपाइयों ने आदिवासियों को छलने का काम किया है। जाहेरथान आदिवासियों का पवित्र धर्म स्थल है। यहां की मिट्टी ले जाकर पार्टी को राजनीति नहीं करने दिया जाएगा।
जानकारी के अनुसार सोमवार को बरहेट के कुछ भाजपा कार्यकर्ता भादुडीह गांव के जाहेरथान में मिट्टी लेने पहुंचे थे। इसके पहले ग्राम प्रधान को धोती एवं गमछा दिया गया। इसपर गांव के आदिवासी भड़क गए और ढोल-नगाड़ा लेकर मिट्टी नहीं देने को लेकर आवाज बुलंद करने लगे। हद तो यह कि मिली धोती एवं गमछा को भी आग के हवाले कर दिया। स्थिति बिगड़ती देख भाजपाई वहां से हट गए।
इस संबंध में झामुमो के जिला सचिव सुरेश टुडू एवं बरहेट के पार्टी के प्रखंड अध्यक्ष राजाराम मरांडी ने बताया कि भाजपा के जाहेरथान से मिट्टी जुटाने के कार्यक्रम का गांवों में विरोध शुरू हो गया है। आदिवासी भाजपा के इस कार्यक्रम को अपने पवित्र स्थल की पवित्रता से जोड़कर देख रहे हैं। पार्टी नेताओं ने कहा कि भाजपा ने हमेशा आदिवासियों को एसपीटी एक्ट से लेकर सम्मान को लेकर छलने का काम किया है। आदिवासी गांवों में हर जगह विरोध प्रारंभ हो गया है।