पारा शिक्षकों ने हड़ताल के लिए तय की रणनीति
तालझारी प्रखंड इकाई के शिक्षकों ने बुधवार को सरकार की वादा खिलाफ के विरोध में भिक्षाटन कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इस कार्यक्रम में संघ के निर्णय के आलोक में किया गया. सभी पारा शिक्षकों ने प्रखंड हाट से शुरुआत कर , बेलदारचक तालझारी स्टेशन आदि स्थानों में घूमकर दुकानदारों व ग्रामीणों से भिक्षा मांगा. भिक्षाटन के क्रम में पारा शिक्षकों ने सरकार के विरुद्ध नारे भी लगा रहे थे. कार्यक्रम का नेतृत्व मोर्चा के प्रखंड संरक्षक हाबील मरण्डी एवं जिला के अशोक मंडल ने किया. इस मौके
साहिबगंज: एकीकृत पारा शिक्षक संघर्ष मोर्चा की ओर से शहर के गुल्लीभट्ठा स्थित विधायक अनंत ओझा के आवास के समक्ष बुधवार को भी धरना-प्रदर्शन जारी रहा। मांगों के समर्थन में पारा शिक्षक पिछले कई दिनों से विधायक आवास के बाहर धरना पर डटे हैं। वहीं मंगलवार को पारा शिक्षकों ने भिक्षाटन किया था। मौके पर रवींद्र ठाकुर, नित्यानंद मंडल, अर्जुन ठाकुर, लखीराम प्रह्लाद, भीम मरांडी, धीरेन मुर्मू, प्रशांत कुमार टुडू, सुमन यादव, बृजनंदन मंडल, सुबोध पंडित, आदि उपस्थित थे।
बोरियो प्रखंड कमेटी की ओर से बुधवार को सड़कों पर भिक्षाटन किया। पारा शिक्षकों ने कहा कि भिक्षाटन से प्राप्त राशि मुख्यमंत्री राहत कोष में जमा की जाएगी। ताकि मुख्यमंत्री का कोष की कमी का रोना बंद हो सके। मौके पर अर्पणा दास, एनामूल, प्रेमानंद पंडित, राजेन्द्र साह, सोनी मुर्मू, संतोशिला हेम्ब्रम, संतोषी, वीरेन्द्र कुमार, राम पदारथ महतो, माया शंकर, योगेन्द्र साह आदि उपस्थित थे।
मंडरो में प्रखंड शिक्षक संघ ने प्रखंड मुख्यालय से मंडरो बाजार समेत अन्य मोहल्लों में भिक्षाटन किया। मौके पर जितेंद्र कुमार दुबे, चंद्र कुमार वर्णवाल, मोहम्मद चांद अंसारी, अरुण कुशवाहा, श्रीरिल कुमार टुडू, चंद्रकांत ठाकुर, मुस्तफा अंसारी, मोहम्मद हजरत अंसारी, शहनाज खातून, दिनेश हेंब्रम आदि उपस्थित थे।
पतना में पारा शिक्षक संघ की बैठक प्रखंड अध्यक्ष जयराज भारद्वाज की अध्यक्षता में हुई। जिसमें सरकार की हिटलरशाही रवैये की ¨नदा की गई। भाजपा नेता पांचू ¨सह ने छह दिसंबर को झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा के बरहरवा आगमन पर पारा शिक्षकों की ओर से उन्हें ज्ञापन सौंपकर सरकार से सकारात्मक पहल करवाने का अनुरोध करेंगे।
बरहेट हाई स्कूल में अनुराधा देवी की अध्यक्षता पारा शिक्षकों की बैठक हुई। जिसमे आंदोलन को तेज करते हुए प्रदेश के आह्वान पर 8 दिसम्बर को जनाक्रोश रैली निकालने का निर्णय लिया गया। मौके पर मो अकबर अली, सुभाष दास, खजमुद्दीन अंसारी, अनुराधा देवी, देवीलाल पंडित, रीता देवी आदि उपस्थित थे।