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बंदरगाह की जमीन खाली कराने पहुंचे अधिकारी

दैनिक जागरण में खबर छपने के बाद शुक्रवार को प्रशासनिक अधिकारी पुलिस बल के साथ समदा में बन रहे बंदरगाह के लिए अधिग्रहित भूमि खाली कराने पहुंचे।

By JagranEdited By: Published: Fri, 24 Jan 2020 08:11 PM (IST)Updated: Fri, 24 Jan 2020 08:11 PM (IST)
बंदरगाह की जमीन खाली कराने पहुंचे अधिकारी
बंदरगाह की जमीन खाली कराने पहुंचे अधिकारी

साहिबगंज : दैनिक जागरण में खबर छपने के बाद शुक्रवार को प्रशासनिक अधिकारी पुलिस बल के साथ समदा में बन रहे बंदरगाह के लिए अधिग्रहित भूमि खाली कराने पहुंचे। रैयत जमीन खाली करने को तैयार नहीं थे। उनका कहना था कि परिवार के मुखिया के नाम पर ही आवास दिया गया है लेकिन परिवार के अन्य सदस्यों को कुछ नहीं मिला है।

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इस पर साहिबगंज अंचलाधिकारी महेंद्र मांझी ने बताया कि जमीन अधिग्रहण पर परिवार के मुखिया को ही लाभ मिलता है। उन्होंने कहा कि किसी प्रकार की आपत्ति थी तो जिस समय सूची बन रही थी उसी समय विरोध दर्ज कराना चाहिए था। कहा कि अब जमीन का अधिग्रहण किया जा चुका है और मुआवजे का वितरण भी पूरा हो चुका है तो इस प्रकार के विरोध का कोई मतलब नहीं है। कहा कि जिन लोगों ने मुआवजा प्राप्त कर लिया है उन्हें शीघ्र ही घर खाली कर देना चाहिए। इसके बाद कुछ रैयत घर खाली करने को तैयार भी हो गए। रैयतों ने चार घरों को खाली कर दिया जिसके बाद उन्हें क्षतिग्रस्त कर दिया गया। उधर, बीरबल मंडल, चतुरानंद मंडल, दीपक पंडल, गोवर्धन रविदास, मुक्ति रजक, संजय रजक, मतला रिक्खियासन, अमिक मंडल, धनराज यादव, गोपाल दास, रामानंद दास आदि का कहना था कि उनलोगों को जो घर बनाकर दिया गया है उसमें काफी घटिया सामग्री का इस्तेमाल किया गया है। निर्माणाधीन शेष घरों में भी घटिया सामग्री का इस्तेमाल किया जा रहा है। कहा कि दो नंबर के ईंट से आवास का निर्माण कराया जा रहा है। बालू भी काफी घटिया है। ग्रामीणों से वार्ता करनेवालों में बीसीओ अजीत कुमार मिश्रा, कनीय अभियंता बालेश्वर मुर्मू, पिकू कुमार यादव व नंद किशोर मंडल शामिल थे।

जमीन की कमी से काम ठप : गौरतलब हो कि जमीन की कमी की वजह से समदा में बन रहे बंदरगाह का काम ठप पड़ गया है। यहां काम में लगी एलएनटी कंपनी ने भारतीय अतरदेशीय जलमार्ग प्राधिकरण को पत्र लिखकर शीघ्र जमीन उपलब्ध कराने को कहा है। अगर समय पर जमीन नहीं मिली तो मामला अटक सकता है। इस संबंध में शुक्रवार को ही दैनिक जागरण में खबर प्रकाशित हुई। इसके बाद प्रशासन हरकत में आया। समदा में बंदरगाह निर्माण के लिए कुल 183 एकड़ जमीन का अधिग्रहण जिला प्रशासन ने किया था जिनमें से 70 एकड़ में प्रथम फेज का काम शुरू हुआ। इसके तहत जेट्टी व अन्य संरचना का निर्माण हुआ है। बंदरगाह के उत्तरी छोड़ पर दो स्टोरेज शेड बनना है लेकिन जमीन की कमी के चलते अब तक एक ही स्टोरेज शेड बन पाया है। पार्किंग आदि भी अब तक नहीं बन पाया है।


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