गंगा खतरे के निशान के करीब, प्रशासन अलर्ट
साहिबगंज : साहिबगंज में गंगा नदी खतरे के निशान के करीब पहुंच गई हैं। गंगा का जलस्तर बढ़
साहिबगंज : साहिबगंज में गंगा नदी खतरे के निशान के करीब पहुंच गई हैं। गंगा का जलस्तर बढ़ने से दियारावासी परेशान हैं। बाढ़ की आशंका भी बढ़ गई है। हालांकि जिला प्रशासन बाढ़ से निपटने के लिए अलर्ट है। केंद्रीय जल आयोग से मिली जानकारी के अनुसार शनिवार सुबह साहिबगंज में गंगा का जलस्तर 27.130 मीटर तक पहुंच गया है जबकि रविवार की सुबह बढ़कर 27.200 मीटर पर पहुंच जाएगा जो खतरे के निशान से केवल 5 सेंटीमीटर कम है। गंगा का जलस्तर हाथीदह से लेकर साहिबगंज व राजमहल तक सभी स्थानों पर बढ़ रहा है। राजमहल में भी शनिवार सुबह गंगा का जलस्तर 24.300 मीटर पर पहुंच गया है जबकि रविवार की सुबह तक जलस्तर में 24.370 मीटर तक पहुंच सकता है। जिले के साहिबगंज, राजमहल, उधवा, बरहरवा, बोरियो, तालझारी प्रखंड गंगा नदी की बाढ़ से प्रभावित होते हैं। गंगा किनारे दियारा इलाके के लोग अपने पशुओं के साथ अभी से सुरक्षित स्थानों की तलाश में जुटे हैं। जिला आपदा विभाग की ओर से राहत सामग्री के क्रय के लिए प्रक्रिया पूरी कर ली गई है। हालांकि जलस्तर में 2.5 मीटर की वृद्धि के
बाद ही दियारा के घरों में गंगा का पानी प्रवेश कर सकता है।
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जिला प्रशासन की ओर से किया जा रहा इंतजाम
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जिला प्रशासन की ओर से गंगा नदी से आनेवाली बाढ़ से निपटने के लिए इंतजाम किया जा रहा है। अंचल अधिकारियों के साथ अपर समाहर्ता ने बैठक की है। जिसमें गंगा का जलस्तर खतरे का निशान 27.250 मीटर पार करने के बाद अंचल अधिकारियों को लोगों के घरों में पानी घुसने के वक्त आबादी को निष्कासन कर राहत शिविरों तक पहुंचाने का इंतजाम करना है। राज शिविरों में राहत सहायता के अलावा स्वास्थ्य, पेयजल सहित पशुओं के लिए चारा का इंतजाम करने का कार्य भी प्रशासन की ओर से अंचल अधिकारियों की रिपोर्ट के आधार पर किया जाएगा। अंचल अधिकारी पर्याप्त संख्या में आबादी निष्कासन के लिए नाव का इंतजाम भी करेंगे। इसके लिए नाव का अधिग्रहण किया जाएगा। गंगा नदी का प्रतिवेदन भी केंद्रीय जल आयोग से नियमित लिया जाएगा। इसके अलावा गोताखोर का इंतजाम भी करने का कार्य किया जाएगा।
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कोट
साहिबगंज जिला प्रशासन गंगा नदी से आनेवाली बाढ़ से निपटने के लिए सतर्क है। बाढ़ के समय पेयजल की समस्या का समाधान करने के लिए पेयजल एवं स्वच्छता विभाग को चापाकल मरम्मत के लिए कहा गया है। चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने के लिए सिविल सर्जन को निर्देश दिया गया है। इसके अलावा अन्य संबंधित विभाग को राहत वितरण के लिए चौकस रहने को कहा गया है।
अनमोल कुमार ¨सह
अपर समाहर्ता, साहिबगंज