मिर्जाचौकी स्टेशन पर करें यात्री सुरक्षा का पुख्ता इंतजाम
जागरण संवाददाता साहिबगंज मिर्जाचौकी रेल यात्री संघ के अध्यक्ष अशोक कुमार सिंह ने सदस्यों क
जागरण संवाददाता, साहिबगंज : मिर्जाचौकी रेल यात्री संघ के अध्यक्ष अशोक कुमार सिंह ने सदस्यों के साथ रविवार को रेलवे स्टेशन का जायजा लिया। अध्यक्ष ने सोमवार से चलने वाले भागलपुर-आजिमगंज पैसेंजर के परिचालन को लेकर स्टेशन प्रबंधक से जानकारी ली। इस ट्रेन के चलने से क्षेत्र के गरीब रेल यात्रियों को परेशानी से निजात मिलेगी। बताया कि लोकल ट्रेनों का परिचालन बहुत जरूरी हो गया है। मिर्जाचौकी स्टेशन पर यात्री सुरक्षा का पुख्ता इंतजाम करने की बात भी अध्यक्ष ने कही। बताया कि पूर्व रेलवे का महत्वपूर्ण स्टेशन है। गोड्डा क्षेत्र के यात्री भी यहां आकर रात में ठहरते हैं। इसे देखते हुए आरपीएफ पोस्ट एवं एक चार का बल जरूरी है। लड़की से छेड़खानी की घटनाएं भी हो चुकी है। हर माह में ऐसी कुछ घटनाएं होती रहती है। यात्री संघ के अध्यक्ष ने बताया कि मिर्जाचौकी रेलवे स्टेशन से मालदा रेल मंडल को करोड़ों रुपये का राजस्व मिलता है। रेल यात्रियों की सुविधा के लिए आरक्षण की व्यवस्था एवं दानापुर इंटरसिटी के ठहराव की आवश्यकता पर भी बल दिया गया है। अध्यक्ष अशोक कुमार सिंह सहित अरुण कुमार, मुकेश कुमार सिंह, लालू कुमार, आनंद कुमार, रुपेश कुमार ने बताया कि मंडल रेल प्रबंधक को स्टेशन की समस्या से अवगत करा दिया गया है।
डीआरएम से की टीआर पैसेंजर परिचालन की मांग
संवाद सहयोगी, राजमहल (साहिबगंज): दस माह से बंद पड़ी तीनपहाड़-राजमहल पैसेंजर ट्रेन सेवा को फिर चालू करने की मांग को लेकर राजमहल वासियों ने डीआरएम मालदा को पत्र लिखा है। इसमें राजमहल के हाजी मखदूम, सिराज, कुतुबुद्दीन, शाहजहां, यासिर, अनवर, शरीफ शेख, अकबर, चांद, चीनू, मुनव्वर अंसारी, समीम, तनवीर, पिटू, सुजीत, अजय, जयकांत, रिजाउल, असलम, संजय, विजय, विश्वनाथ, विनोद, किशोर, राहुल, मिस्टर शेख शामिल हैं। आवेदन में मालदा डीआरएम से आग्रह किया गया है कि एक तरफ जहां पूरे भारतवर्ष में रेलवे प्राय रेलों का परिचालन प्रारंभ किया जा चुका है। रेल सेवा का लाभ लोगों को मिलने लगा है। ऐसे में राजमहल-तीनपहाड़ रेल सेवा को कोरोना संक्रमण की वजह बताते हुए रोकना जनहित में नहीं है। लोगों को तीनपहाड़ ट्रेन पकड़ने के लिए सड़क मार्ग का सहारा लेना पड़ता है। रात के समय ठिठुरती ठंड के चलते यात्रियों को राजमहल से तीनपहाड़ जाने में कठिनाई का सामना करना पड़ता है। यदि तीनपहाड़- राजमहल रेल सेवा प्रारंभ हो जाती तो क्षेत्रवासियों को किसी भी प्रकार की परेशानी नहीं होती।