साहिबगंज जिला मुख्यालय में असरदार रहा झारखंड बंद, छात्रों ने सड़क किया जाम; बस सेवा बाधित
Jharkhand bandh झारखंड स्टूडेंट यूनियन के आह्वान पर दो दिवसीय झारखंड बंद का असर साहिबगंज में रहा लेकिन ग्रामीण इलाकों में इसका असर नहीं दिखा। जिला मुख्यालय की दुकानें बंद रहीं और सड़कों पर सन्नाटा पसरा रहा। वहीं पुलिस मौके पर तैनात है।
संवाद सहयोगी, साहिबगंज। झारखंड स्टूडेंट यूनियन के आह्वान पर दो दिवसीय झारखंड बंद पहले दिन जिला मुख्यालय में असरदार रहा। छात्र खतियान आधारित नियोजन नीति को लागू करने और बिना नियोजन नीति बनाए सरकार द्वारा निकाली गई वैकेंसी को रद करने की मांग को लेकर सड़क पर उतर गए हैं।
झारखंड बंद का ग्रामीण क्षेत्रों में असर नहीं है। शनिवार की सुबह आदिवासी हॉस्टल के छात्र-छात्राओं ने छात्र नायक मनोहर टुडू के नेतृत्व में जगह- जगह पर बैरिकेडिंग कर सड़क जाम कर दिया।
शहर के ग्रीन होटल मोड़, टमटम स्टैंड, पटेल चौक, साक्षरता चौक सहित कई अन्य स्थानों पर भी छात्र-छात्राओं ने सड़क जाम कर दिया है। वाहन चालकों को रोका जा रहा है। ट्रेन से उतरने वाले यात्रियों को भी दूर जाकर टोटो पकड़ना पड़ रहा है।
जिला मुख्यालय में बस सेवा भी पूरी तरह से बाधित है। जिला मुख्यालय की दुकानें अब तक नहीं खुली है। कुछ लोगों ने दुकान खोली तो उसे आंदोलनकारियों ने बंद करा दिया। सब्जी मंडी में सब्जी बेचने आए लोगों को भी हटा दिया गया था।
शहर में शनिवार सुबह नौ बजे के बाद वाहनों का परिचालन पूरी तरह से बंद करा दिया गया। इस वजह से आम लोगों को आवागमन में परेशानियों का सामना करना पड़ा।
छात्रों ने लगाए नारे
बंद समर्थक छात्र-छात्राएं 60-40 वाली 'नियोजन नीति नहीं चलेगी', 'हेमंत सरकार होश में आओ', 'खतियान आधारित नियोजन नीति लागू' करना होगा सहित अन्य नारे लगा रहे थे।
17 भागों में बांटा जिला
बंद को देखते हुए जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन द्वारा सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। जिला मुख्यालय को 17 भागों में बांट कर वहां पुलिस और दंडाधिकारी की तैनाती की गई है।
एसपी ने अपने शुक्रवार देर शाम आवासीय कार्यालय में सभी थानेदारों के साथ बैठक की और बंद से निबटने की रणनीति बनाई। पुलिस पदाधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए।