तीनों भाइयों का मकान गंगा में समाया
गंगा नदी का जलस्तर घटते ही राजमहल प्रखंड अंतर्गत मोकिमपुर पंचायत के कमलैन बगीचा गांव में गंगा कटाव का दहशत एक बार फिर स्थानीय लोगों में भय का माहौल बना दिया है। गंगा कटाव के जद में आये यहां एक दर्जन परिवार अपने घर को छोड़कर सड़क किनारे तंबू बनाकर रहते थे। मंगलवार की सुबह आठ बजे दिनेश मंडल विनोद मंडल एवं विजय मंड
तालझारी (साहिबगंज) : गंगा नदी का जलस्तर घटते ही राजमहल प्रखंड की मोकिमपुर पंचायत के कमलैन बगीचा गांव में कटाव शुरू हो गया है। इससे लोगों में दहशत है। गंगा कटाव की जद में आए एक दर्जन परिवार अपने घर को छोड़कर सड़क किनारे तंबू बनाकर रहते थे। मंगलवार की सुबह आठ बजे दिनेश मंडल, विनोद मंडल एवं विजय मंडल (तीनों भाई) का पक्का मकान गंगा नदी में समा गया है। इनमें से विनोद मंडल की दूसरी पत्नी मेरी मुर्मू मोकिमपुर पंचायत की मुखिया है। अपना पक्का मकान को गंगा नदी में गिरने से मुखिया मेरी मुर्मू, दिनेश मंडल व विजय मंडल चितित है। कटाव पीड़ित दिनेश मंडल ने बताया कि इसी वर्ष जनवरी महीने में मकर संक्रांति के समय गंगा तट पर करीब एक हजार फीट की दूरी तक जमीन में दरार आ गई थी। जो धीरे-धीरे बढ़ता चला गया और एक सप्ताह के अंदर एक दर्जन घर गंगा में समा गये थे। मुखिया मेरी मुर्मू ने कहा कि लोगों की इस समस्या को उस समय मीडिया में लगातार प्रकाशित व प्रसारित किया जाता रहा जिससे जिला प्रशासन, जल संसाधन विभाग के अधिकारी, विधायक अनंत कुमार ओझा, सांसद विजय कुमार हांसदा सहित राज्य स्तर के भी पदाधिकारी का दौरा यहां कटाव क्षेत्र में हुआ और परिस्थिति को देखते हुये तत्काल कटाव निरोधक कार्य कराने की बात कही गई लेकिन अभी तक कटाव को रोकने के लिए कार्य नहीं किया गया है। इन कटाव पीड़ितों की आर्थिक स्थिति भी काफी कमजोर है जिसके चलते वे सब कहीं दूसरी जगह जमीन लेकर घर बनाने में असमर्थ है। सरकार से मदद मिलने की आशा देख रहे हैं।