विदेशी पर्यटकों से ऐतिहासिक धरोहर गुलजार
राजमहल का ऐतिहासिक मुगलकालीन धरोहर केवल भारत ही नहीं अपितु पूरे विश्व में विख्यात है। यही कारण है कि यहां के सिधी दालान जामा मस्जिद व बाराद्वारी को देखने के लिए जर्मनी अमेरिका जापान हांगकांग ब्रिटेन ऑस्ट्रेलिया सहित विश्व के अन्य देशों से पर्यटक आते है। खासकर दिसंबर व जनवरी महीने में विदेशी पर्यटकों का आवागमन यहां अधिक होती है। इ
तालझारी(साहिबगंज): राजमहल का ऐतिहासिक धरोहर केवल भारत ही नहीं पूरे विश्व में विख्यात है। यही कारण है कि यहां के सिंही दालान, जामा मस्जिद व बारहद्वारी को देखने के लिए जर्मनी, अमेरिका, जापान, हांगकांग, ब्रिटेन, ऑस्ट्रेलिया सहित विश्व के अन्य देशों से पर्यटक आते है। खासकर दिसंबर व जनवरी महीने में विदेशी पर्यटकों का आगमन अधिक होता है। बुधवार को जर्मनी, यूनाइटेड स्टेट अमेरिका, हांगकांग एवं ब्रिटेन से कुल 12 पर्यटकों ने सिंही दालान, जामा मस्जिद व बारहद्वारी का भ्रमण किया। पांडव नामक संस्था की ओर से लाये जा रहे इन विदेशी पर्यटकों का नेतृत्व कर रहे गाइड देवरथ मुखर्जी ने ऐतिहासिक धरोहर की विस्तृत जानकारी दी। प्राचीन काल के कलाकृतियों के हर पहलू को समझाया। अमेरिका से भ्रमण करने आये मैक जो एक अमेरिकन जर्नलिस्ट भी हैं उन्हाने धरोहर के सुंदर ²श्य को देखा व कैमरे में कैद भी किया। उन्होंने बताया कि उन्हें भारत के ऐतिहासिक धरोहरों का भ्रमण करने का काफी शौक है और उन्हें मंगलहाट के जामी मस्जिद व बारहद्वारी जिसके किनारे से बह रही गंगा नदी के ²श्य और भी आकर्षित करते हैं। राजमहल में पानी जहाज को खड़ी कर करीब आठ किलोमीटर की दूरी ऑटो से तय कर मैक, ब्रिटी, ब्रेंडा, जैक सहित सभी पर्यटक मंगलहाट के ऐतिहासिक धरोहर जामा मस्जिद व बारहद्वारी पहुंचे। ऑटो से सफर करते हुये विदेशी पर्यटकों ने आनंदित महसूस किया।