बंदरगाह में नौकरी के नाम पर ठगी
जिले में बंदरगाह में नौकरी के नाम पर ठगी की बात सामने आ रही है। पिछले दिनों पटना का एक युवक यहां पहुंचा और शहर के एक चर्चित होटल में तीन दिनों तक ठहरा था। इस दौरान उसने सैकड़ों युवाओं से मुलाकात की और उसका बायोडाटा लिया। बताया जाता है कि उनके से कुछ युवकों को फोन कर नौकरी के नाम पर रुपए की मांग की गई है। हालांकि इस संबंध में अब तक कहीं शिकायत दर्ज नहीं करायी गई है। पुलिस ने भी इस मामले में अनभिज्ञता जतायी है।
जागरण संवाददाता, साहिबगंज : जिले में बंदरगाह में नौकरी के नाम पर ठगी की बात सामने आ रही है। पिछले दिनों पटना का एक युवक यहां पहुंचा और शहर के एक चर्चित होटल में तीन दिनों तक ठहरा था। इस दौरान उसने सैकड़ों युवाओं से मुलाकात की और उसका बायोडाटा लिया। बताया जाता है कि उनके से कुछ युवकों को फोन कर नौकरी के नाम पर रुपए की मांग की गई है। हालांकि इस संबंध में अब तक कहीं शिकायत दर्ज नहीं करायी गई है। पुलिस ने भी इस मामले में अनभिज्ञता जतायी है।
क्या है मामला : पिछले दिनों यहां करीब 300 करोड़ की लागत से बने मल्टी मॉडल टर्मिनल (बंदरगाह) का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रांची से ऑनलाइन उद्घाटन किया था। हालांकि इस मौके पर यहां भी समारोह हुआ था जिसमें केंद्रीय जहाजरानी मंत्री मनसुख मांडविया शामिल हुए थे। उद्घाटन के बाद अब यहां जहाजों का आना-जाना शुरू होगा। बंदरगाह का निर्माण एलएंडटी कंपनी ने कराया। फिलहाल यह भारतीय अंतर्देशीय जलमार्ग प्राधिकरण के जिम्मे है। प्राधिकरण बंदरगाह का संचालन निजी हाथों में देगा। इसके लिए पिछले दिनों ग्लोबल टेंडर हुआ था लेकिन अब तक किसी को काम आवंटित नहीं किया गया है। इधर, कुछ लोग बंदरगाह में काम दिलाने के नाम पर बेरोजगारों को अपने जाल में फंसाने लगे हैं। पटना से पिछले दिनों पहुंचे एक युवक ने सौ से अधिक युवकों से मुलाकात की और उनका बायोडाटा लिया। जिले के ही एक व्यक्ति ने उक्त युवक से यहां के युवकों की मुलाकात करायी। अब उनमें से कुछ युवकों को फोन कर पैसा मांगने की बात सामने आ रही है। बंदरगाह का रखरखाव निजी हाथों में दिया जाएगा लेकिन अभी काम किसी को मिला नहीं है। ऐसी स्थिति में अगर कोई बंदरगाह में नौकरी का आश्वासन देता है तो यह बिल्कुल गलत है। उन्होंने युवाओं को ऐसे लोगों से बचने की सलाह दी है। प्रशांत कुमार , उपनिदेशक, भारतीय अंतर्देशीय जलमार्ग प्राधिकरण ।