साहिबगंज में पंकज मिश्रा समेत आठ पर दर्ज हुई प्राथमिकी, पहले पुलिस कर चुकी थी इसी केस को खत्म करने की घोषणा
पहले पुलिस इसी केस को खत्म करने की घोषणा कर चुकी थी लेकिन विवाद बढ़ने पर उन्हें कार्रवाइ करनी पड़ी। पुलिस मुख्यालय ने भी इस संबंध में साहिबगंज एसपी व अन्य अधिकारियों को शो-काज किया है। मामला साहिबगंज के नीबू पहाड़ पर पत्थरों के अवैध खनन से जुड़ा हुआ है।
साहिबगंज, जासं। साहिबगंज (Sahebganj) के नीबू पहाड़ पर अवैध खनन (Illegal Mining) मामले में शिकायतकर्ता विजय हांसदा (Vijay Hansda) द्वारा कोर्ट में अपनी शिकायत पर कायम रहने का आवेदन देने और पुलिस पर धोखाधड़ी का गंभीर आरोप लगाने के बाद आखिरकार एससी-एसटी थाने में पंकज मिश्रा (Pankaj Mishra) सहित आठ लोगों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया है। मामले में पंकज मिश्रा के अलावा जयप्रकाश नगर निवासी विष्णु यादव व पवित्र कुमार यादव, शोभनपुर भट्ठा निवासी राजेश यादव, लकड़ाकोल निवासी संजय कुमार यादव, रामपुर करारा निवासी बच्चू यादव व संजय यादव तथा मंगलहाट निवासी सुमेश मंडल आरोपित बनाए गए हैं। इन सभी पर अवैध खनन के अलावा शिकायतकर्ता के साथ मारपीट, गाली-गलौज व उत्पीड़न का आरोप है।
पहले पुलिस ने कहा था विजय केस को कर चुका है बंद
एक दिन पहले ही आर्म्स एक्ट (Arms Act) में जेल में बंद इस मामले के शिकायतकर्ता साहिबगंज के मिर्जाचौकी थाना क्षेत्र के भवानीचौकी निवासी ग्राम प्रधान विजय हांसदा से ईडी के अधिकारियों ने पूछताछ की थी। बता दें कि 25 नवंबर को दुमका के डीआइजी सुदर्शन मंडल ने विजय हांसदा के शपथ पत्र को आधार बनाकर यह केस बंद करने की घोषणा की थी। उन्होंने कहा था कि विजय हांसदा ने अपनी शिकायत वापस ले ली है और वह अब इस केस को नहीं लड़ना चाहता है।
शिकायतकर्ता ने किया पुलिस के दावे का खंडन
हालांकि इसके अगले ही दिन विजय हांसदा ने कोर्ट में इस दावे का खंडन करते हुए आरोप लगाया कि पुलिस ने उससे सादे कागज पर हस्ताक्षर करवाकर केस वापस करने के कागजात तैयार कर लिए। इसके बाद ईडी के अधिकारियों ने विजय हांसदा से जेल में पूरे मामले को लेकर पूछताछ की।
पुलिस मुख्यालय ने साहिबगंज एसपी पर बरती सख्ती
उधर, पुलिस मुख्यालय (Police headquater) ने भी इस संबंध में साहिबगंज एसपी व अन्य अधिकारियों को शो-काज (Show cause) किया है। ईडी पहले भी आशंका जता चुका है कि पंकज मिश्रा के खिलाफ दर्ज मामलों को एक-एक कर बंद करते हुए साहिबगंज पुलिस ईडी का केस कमजोर कर रही है। पंकज मिश्रा मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का प्रतिनिधि है और ईडी ने उस पर अफसरों पर दबाव डालकर मनमाने ढंग से काम करवाने का भी आरोप लगाया है। साहिबगंज एसपी व एसडीपीओ ने भी शनिवार को इस संबंध में विजय हांसदा से पूछताछ की।
जानें क्या है पूरा मामला
विजय हांसदा ने 30 जून को साहिबगंज में एडीजे वन की अदालत में नीबू पहाड़ पर हो रहे अवैध पत्थर खनन को लेकर शिकायतवाद दर्ज कराया था। कोर्ट ने उसे मामला दर्ज कराने के लिए थाने भेजा था, लेकिन अब तक मामला दर्ज नहीं हुआ था। इस बीच पुलिस ने विजय हांसदा के ही आवेदन को आधार बनाकर केस वापस लेने की घोषणा कर दी थी। विजय हांसदा द्वारा कोर्ट में पुलिस को झूठा ठहराने के बाद मामले में नया मोड़ आया और एससी-एसटी थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई गई।
विजय का आरोप माफिया कर रहे पत्थरों का अवैध खनन
विजय हांसदा के अनुसार उसने पूर्व में मई में आनलाइन शिकायत भी की थी। इसमें कहा था कि मेरे गांव के बगल में स्थित झगड़ू चौकी के नजदीक नींबू पहाड़ है। यहां दो-ढाई साल से पत्थर माफिया अवैध खनन कर रहे हैं। इसमें अवैध विस्फोटक का भी इस्तेमाल किया जा रहा है। इस कारण वहां प्रदूषण का स्तर काफी बढ़ गया है तथा गांव में रहना मुश्किल हो गया है।
विजय हांसदा का आरोप है कि इस शिकायत लेकर वे लोग दो मई, 2022 को नींबू पहाड़ गए और उसके साथ गाली-गलौज की तथा जाति सूचक शब्दों का प्रयोग किया। विरोध करने पर बंदूक की बट से मारपीट की। किसी तरह अपने साथियों के साथ वह लोग भागे। इस क्रम में आरोपितों ने फायरिंग भी की।
जेल में बंद विजय हांसदा से एसपी-एसडीपीओ ने की पूछताछ
आर्म्स एक्ट में साहिबगंज मंडल कारावास में बंद मिर्जाचौकी थाना क्षेत्र के भवानीचौकी निवासी विजय हांसदा से शनिवार को एसपी अनुरंजन किस्पोट्टा व एसडीपीओ राजेंद्र दुबे ने दो घंटे तक पूछताछ की। उससे आर्म्स एक्ट के साथ उसके शिकायतवाद के आधार पर एससी-एसटी थाना में दर्ज मामले के संबंध में दोनों अधिकारियों ने पूछताछ की।
पंकज ने दी केस को लेकर अपनी सफाई
इधर, एक हजार करोड़ से अधिक के अवैध खनन और मनी लांड्रिंग मामले में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन (Hemant Soren) के विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा ने ईडी के सहायक निदेशक देव दत्त झा के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने को लेकर याचिका दाखिल की है। ईडी कोर्ट ने उक्त याचिका पर सुनवाई के लिए पांच दिसंबर की तिथि निर्धारित की है।
याचिका में कहा गया है कि सहायक निदेशक ने मामले में चार्जशीट दाखिल (अभियोजन शिकायत) करते समय कोर्ट से मूल मामले के बारे में जानकारी छिपाई है। उन्हें जिस मामले में आरोपित बताते हुए जांच शुरू की गई है। उस केस में वह आरोपित नहीं है।
पंकज पर ईडी के संगीन आरोप
पंकज मिश्रा ने ईडी के अधिकारी के खिलाफ धोखाधड़ी करने व व साजिश रचने का भी आरोप लगाया गया है। ईडी ने पंकज के खिलाफ साहिबगंज में दर्ज प्राथमिकी के आधार पर मनी लांड्रिंग (Money Laundering) की जांच प्रारंभ की है। पंकज 19 जुलाई, 2022 से जेल में है। उसके खिलाफ ईडी चार्जशीट भी दाखिल कर चुकी है, जिसमें 1,000 करोड़ से अधिक का मनी लांड्रिंग का आरोप पाया गया है।
ईडी ने कई प्रापर्टी भी अटैच की है। जिला पुलिस ने जिस गवाह के बयान पर पंकज का केस बंद किया था, शुक्रवार को ईडी ने उस गवाह का बयान लिया। गवाह ने स्वीकार किया कि केस बंद करने के लिए उस पर दबाव डाला गया है और सादे कागज पर हस्ताक्षर करवाकर उसका दुरुपयोग किया गया।