हड़ताल पर गए एफसीआइ गोदाम मजदूर
प्रति बोरा निर्धारित मजदूरी भुगतान की मांग को लेकर राजमहल एफसीआई गोदाम के मजदूरों मंगलवार से अनिश्चितकालीन हड़ताल प्रारंभ किया। इस दौरान नेतृत्वकर्ता उप सरदार अब्दुल शेख ने बताया कि खाद आपूर्ति विभाग झारखंड सरकार की ओर से न्यूनतम मजदूरी प्रति बोरा 5 रूपया 23 पैसे निर्धारित किया गया है लेकिन संवेदक के द्वारा प्रति बोरा 3 रू0 का ही भुगतान किया जाता है। इसके साथ साथ पीएफ भी नहीं दिया जाता है परंतु उसका पैसा काट लिया जाता है।जिसे लेकर पूर्व में जिला आपूर्ति पदाधिकारी से लिखित शिकायत की गई थी। उस दौरान उनलोगों को आश्वासन दिया गया था कि
साहिबगंज : प्रति बोरा निर्धारित मजदूरी भुगतान की मांग को लेकर जेएसएफसी से जुड़े मजदूर मंगलवार से बेमियादी हड़ताल पर चले गए। इस वजह से राज्य खाद्य निगम के गोदामों से मंगलवार को अनाज का उठाव ठप रहा। राज्य खाद्य निगम के साहिबगंज स्थित गोदाम से ही गोड्डा व पाकुड़ में भी अनाज की आपूर्ति होती है। इस वजह से उन दोनों जिलों में भी अनाज की आपूर्ति प्रभावित होने की आशंका है। यहां के मजदूर राष्ट्रीय खाद आपूर्ति विभाग मजदूर संघ के बैनर तले हड़ताल पर हैं। मंगलवार को स्टेडियम रोड स्थित जेएसएफसी गोदाम के बाहर धरना दिया। धरना दे रहे मजदूरों ने बताया कि सरकार की ओर से न्यूनतम मजदूरी दर प्रति बोरा पांच रुपया 23 पैसा मूल्य निर्धारित किया गया था। यह राशि झारखंड के राज्यपाल द्वारा पिछले जून माह में तय की गई थी कितु ठीकेदार की ओर से 50 किलो प्रति बोरी पर तीन रुपया दिया जाता है। अपनी जायज मांगों को लेकर मजदूरों ने ठीकेदारों से लेकर अधिकारियों तक लगातार गुहार लगाई कितु ठीकेदार तय राशि नहीं दे रहे हैं। इस संबंध में दो फरवरी को मजदूरों के साथ संघ की बैठक हुई। इसमें निर्णय हुआ कि सरकार द्वारा न्यूनतम राशि ठीकेदार की ओर से नहीं मिलने पर मजदूर पांच फरवरी से हड़ताल करेंगे। जिला आपूर्ति पदाधिकारी के आश्वासन के बाद मजदूरों ने हड़ताल स्थगित कर दी थी कितु अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई। इसके बाद सभी हड़ताल पर चले गए हैं। मौके पर शेख तज्म्मुल सरदार, समसुल अंसारी, मोहम्मद अजमेर, शेख मुबारक, शेख जहांगीर, गुलाम रसूल, फुरकान, शेख इमाम आदि उपस्थित थे।
राजमहल : राजमहल जेएसएफसी गोदाम के मजदूर भी मंगलवार से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए। उप सरदार अब्दुल शेख ने बताया कि सरकार की ओर से गोदाम मजदूरों को प्रति बोरा पांच रुपया 23 पैसे न्यूनतम मजदूरी निर्धारित किया गया है लेकिन संवेदक द्वारा प्रति बोरा तीन रुपए का ही भुगतान किया जाता है। इसके साथ साथ पीएफ भी नहीं दिया जाता है परंतु उसका पैसा काट लिया जाता है। मजदूरों का कहना है कि जब तक सरकार द्वारा तय निर्धारित मजदूरी का भुगतान उनलोगों को नहीं किया जाएगा तब तक वे लोग काम पर नहीं लौटेंगे। मौके पर ऐजुल शेख, राशिद अली, अताउर रहमान, इबरार शेख, जाबिर शेख आदि मौजूद थे।
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वर्जन ::
गोदाम मजदूरों ने पिछले दिनों अपनी मांगों से अवगत कराया था। इस आलोक में ठीकेदार को मजदूरी बढ़ाने को कहा गया था। ठीकेदार ने एक अप्रैल 2020 से नई दर देने की बात कही थी। इसी बीच सभी मजदूर हड़ताल पर चले गए। ठेकेदार को मजदूरों से वार्ता करने को कहा गया है।
बंका राम, जिला आपूर्ति पदाधिकारी सह गोदाम प्रबंधक साहिबगंज