पार्टी से निकाले गए कांग्रेस उपाध्यक्ष व महामंत्री
कांग्रेस जिलाध्यक्ष अनुकूलचंद्र मिश्रा ने पार्टी की जिला उपाध्यक्ष सह बरहेट विधानसभा प्रभारी मोनिका किस्कू व जिला महामंत्री मो. उमेद अली को छह साल के लिए पार्टी से निलंबित कर दिया है।
साहिबगंज : कांग्रेस जिलाध्यक्ष अनुकूलचंद्र मिश्रा ने पार्टी की जिला उपाध्यक्ष सह बरहेट विधानसभा प्रभारी मोनिका किस्कू व जिला महामंत्री मो. उमेद अली को छह साल के लिए पार्टी से निलंबित कर दिया है। दोनों पर पार्टी विरोधी आचरण करने व अनुशासनहीनता का आरोप है। जिलाध्यक्ष ने बताया कि प्रदेश अध्यक्ष से अनुमोदन की प्रत्याशा में उन्होंने यह कार्रवाई की गई है। बता दें कि मोनिका किस्कू ने तृणमूल के टिकट पर राजमहल लोकसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ने की घोषणा की है। पिछले दिनों दोनों ने तृणमूल का दामन थाम लिया था। इसके बाद लगातार क्षेत्र के लोगों से संपर्क कर रही हैं। मोनिका किस्कू ने बताया कि बताया कि रविवार को अपने समर्थकों के साथ बैठक कर नामांकन की तिथि की घोषणा करेंगे। बताया कि उन्होंने स्वयं ही पिछले दिनों कांग्रेस पार्टी से त्यागपत्र दे दिया था। कांग्रेस व झामुमो के बीच गठबंधन होने से वे नाराज हैं। राजमहल लोकसभा क्षेत्र में मुसलमानों की अच्छी संख्या है लेकिन एक भी मुसलमान को टिकट नहीं दिया गया है। इसलिए उन्होंने त्यागपत्र दिया है।
मोनिका किस्कू का परिचय : मोनिका किस्कू मो. उमेद अली की पत्नी है। वर्तमान में बरहेट से जिला परिषद की सदस्य भी हैं। 2015 में हुए जिला परिषद अध्यक्ष पद के चुनाव में भी उम्मीदवार थीं। मात्र एक वोट से चुनाव हार गई थी। 2018 में उन्होंने अविश्वास प्रस्ताव लाया था। मात्र एक वोट से यह प्रस्ताव गिर गया था। दोनों की बरहेट विधानसभा में अच्छी पकड़ है। मोनिका किस्कू की सौतन श्रीमती जाहेदा नाज निर्विरोध निर्वाचित हुई थी। उनकी मां श्रीमती कैथरीना मुर्मू वर्तमान में बरहेट संताली दक्षिणी की मुखिया हैं। पति मो. उमेद अली 2010 से 2015 तक बरहेट के उपप्रमुख रह चुके हैं। मोनिका ने 2014 में कांग्रेस के टिकट पर हेमंत सोरेन के खिलाफ चुनाव लड़ा था।